शादी में खुशियों को लगी नजर, दूल्हे के सात वर्षीय भाई की मौत के बाद शव से लिपटकर रोई मां

Praveen Upadhayay's picture

RGA news

नौबस्ता में गेस्ट हाउस के करंट से बच्चे की मौतके बाद रोते बिलखते स्वजन

बिधनू के शिवगंज चौराई निवासी बनवारी तिवारी के बेटे विनय तिवारी की शादी चतुर्वेदी बिल्डिंग निवासी अनिल द्विवेदी के बेटी श्रद्धा के साथ थी। गुरुवार को वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन नौबस्ता स्थित गेस्ट हाउस में था। देर रात करीब एक बजे कार्यक्रम चल रहा था।

कानपुर नौबस्ता के एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह में खुशियों को नजर लग गई। दरअसल यहां, कूलर में उतरे करंट की चपेट में आने से दूल्हे के सात वर्षीय चचेरे भाई की मौत हो गई। बच्चे की मौत पर स्वजन ने हंगामा करते हुए तोड़फोड़ की । कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस पहुंची और समझाकर आक्रोशित स्वजन को शांत कराया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

ये है पूरा मामला: बिधनू के शिवगंज चौराई निवासी बनवारी तिवारी के बेटे विनय तिवारी की शादी चतुर्वेदी बिल्डिंग निवासी अनिल द्विवेदी के बेटी श्रद्धा के साथ थी। गुरुवार को वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन नौबस्ता स्थित गेस्ट हाउस में था। देर रात करीब एक बजे कार्यक्रम चल रहा था। इस बीच दूल्हे के चाचा आशीष तिवारी का सात वर्षीय बेटा श्याम तिवारी बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी खेलते-खेलते कूलर में उतरे करंट की चपेट में आ गया। बच्चों ने शोर मचाया तो समारोह में मौजूद अन्य लोग व स्वजन पहुंचे। किसी तरह से उसे छुड़ाने के बाद पास के नर्सिंगहोम ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत पर स्वजन ने गेस्ट हाउस संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करते हुए गेस्ट हाउस में तोड़फाेड़ की। कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने आक्रोशित स्वजन को समझाकर शांत कराया। थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बताया कि गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने गेस्ट हाउस संचालक को हिरासत में लिया है। 

दो भाइयों में बड़ा था श्याम: स्वजन ने बताया कि पिता आशीष कपड़े की दुकान चलाते हैं। परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे श्याम और छोटा अंश है। श्याम गांव के ही एक स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। दूल्हे के चचेरे भाई की मौत के बाद खुशियां मातम में बदल गईं।

News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.