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जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने विकासनगर के उप जिला अस्पताल व सहसपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
कोरोना की तीसरी लहर आती है तो उससे बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने विकासनगर के उप जिला अस्पताल व सहसपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया
देहरादून : कोरोना की तीसरी लहर आती है तो उससे बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इसको लेकर सरकारी मशीनरी अभी से व्यवस्था बनाने में जुट गई है। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने विकासनगर के उप जिला अस्पताल व सहसपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने निक्कू वार्ड, लेबर रूम, वार रूम, ई संजीवनी ओपीडी ब्लॉक, जन औषधि केंद्र के स्टॉक, फार्मेसी स्टॉक व विभिन्न वार्डों का जायजा लिया। साथ ही ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण कर इसकी व्यवस्था को बेहतर बनाने को कहा। जिलाधिकारी ने अस्पताल में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने और बच्चों के बेड समेत उपचार के सभी साधन दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को प्रभावी बनाने के लिए विकासनगर में 50 व सहसपुर में 25 ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को दीर्घकाल के लिहाज से बेहतर बनाने के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए। ताकि अस्पतालों की मांग के अनुरूप संसाधन जुटाए जा सके
उद्योग निदेशक ने बर्खास्त चालक की रिपोर्ट तलब की
जिला उद्योग केंद्र चंपावत में संविदा आउटसोर्स चालक को कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप में नौकरी से हटाने का उद्योग निदेशक सुधीर चंद्र नौटियाल ने संज्ञान लिया। उन्होंने चंपावत के जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को तीन दिन के भीतर मामले की रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए हैं।
इस संदर्भ में उत्तराखंड आउटसोर्स वाहन चालक संघ ने उद्योग निदेशक को पत्र भेजा था। पत्र में बताया कि जिला उद्योग केंद्र चंपावत में संविदा आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्त सुरेश सिंह फर्त्याल तैनात थे। उन्हें कोरोना संक्रमण फैलाने का दोषी बताते हुए सेवा से हटा दिया गया। संघ ने तर्क दिया था कि कोरोना महामारी वैश्विक है। इसकी रोकथाम के लिए सरकार हर संभव उपाय कर रही है। प्रदेश में एक महीने से अधिक समय से कोविड कफ्र्यू भी लगा है। इस तरह के आरोपों का कोई आधार नहीं है।