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RGA news
यूपी बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं जुलाई में होंगी।
लगाए जा रहे आंतरिक मूल्यांकन और मुख्य परीक्षा के औसत से परिणाम बनाने के कयास। बोर्ड परीक्षा में पेपर के पैटर्न को लेकर भी शिक्षक व विद्यार्थियों में हैं तमाम शंकाएं। प्रश्नपत्र में च्वाइस होंगी सीमित तैयारी का समय है भरपूर। इसलिए कोर्स पूरा करने के साथ कर लें रिवीजन।
आगरा। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल की परीक्षा निरस्त कर दी है। वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह में नए तरीके से कराने का फैसला लिया है। परीक्षा पैटर्न में हुए बदलाव को लेकर जहां विद्यार्थियों की उत्सुकता बढ़ गई है। वहीं बोर्ड की मूल्यांकन नीति और पेपर का पैटर्न स्पष्ट न होने से शिक्षक भी असमंजस में हैं। हालांकि शिक्षकों का मानना है कि परीक्षा के अंक के साथ विद्यार्थियों का आंतरिक प्रदर्शन के औसतन अंक भी इसमें जुड़ सकते हैं।
अब तक हुई घोषणाओं में इतना ही स्पष्ट हो सका है कि इंटरमीडिएट की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह से होगी। विद्यार्थियों की सहूलियत के लिए प्रश्नपत्र के प्रश्न और समय को आधा कर दिया गया है। इसके अनुसार अब 10 की जगह पांच प्रश्न दिए जाएंगे, जिसमें से उन्हें तीन प्रश्नों के उत्तर तीन घंटे की जगह सिर्फ डेढ़ घंटे का देना होंगे
च्वाइस होंगी सीमित, तैयारी करें मजबूत
हालांकि अभी परीक्षा नीति या पेपर पैटर्न निर्धारित नहीं है, सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। एमडी जैन इंटर कालेज के गणित शिक्षक प्रशांत पाठक का कहना है कि वर्तमान पैटर्न के आधार पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाते हैं। यदि 10 प्रश्न होते थे, तो पांच तो करने ही होते थे। लेकिन इस बार 10 या पांच में से तीन ही प्रश्न करने होंगे। ऐसे में प्रश्न कैसे आएंगे, किस तरह सारा सिलेबस कवर होगा, यह सारे सवाल पेपर पैटर्न जारी होने के बाद ही स्पष्ट होगा। इसलिए बेहतर होगा कि विद्यार्थी बीच में मिले 45 दिन के समय का सदुपयोग करें और सारे सिलेबस का फटाफट रिविजन करें, क्योंकि प्रश्न कहीं से भी आ सकते हैं और उनके पास च्वाइस सीमित होंगी।
जुड़ सकते हैं औसत अंक
जीआइसी शाहगंज के डा. सुशील जैन का मानना है कि बोर्ड परीक्षा के अंक के साथ औसत अंक भी जोड़ सकता है। इसलिए बोर्ड ने स्कूलों से कक्षा 11वीं की वार्षिक व आंतरिक मूल्यांकन के साथ इंटर के अर्द्धवार्षिक व प्री-बोर्ड और आंतरिक मूल्यांकन के अंक मांगे हैं। संभावना है कि डेढ़ घंटे की परीक्षा के अंक और अपलोड कराए अंकों के औसत के आधार पर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा। हालांकि होगा क्या, यह मूल्यांकन नीति जारी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।