कासगंज के अमांपुर से भाजपा के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का निधन

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RGA news

कासगंज के अमांपुर के भाजपा के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का सोमवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय देवेंद्र प्रताप सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। उन्हेंं तत्काल एटा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

कासगंज, कासगंज के अमांपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का हार्ट अटैक से निधन हो गया। विधायक की सोमवार सुबह तबीयत अचानक खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हेंं एटा के ही हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । विधायक के निधन की सूचना पर परिवार के लोग बेहद मायूस हैं, जबकि क्षेत्र में शोक की लहर है।  देवेंद्र प्रताप सिंह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की जनक्रांति पार्टी से सबसे पहले विधायक चुने गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक जताया है

कासगंज जिले के अमांपुर के भाजपा के विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का सोमवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय देवेंद्र प्रताप सिंह की तबीयत आज अचानक खराब हो गई थी। उन्हेंं तत्काल एटा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनके निधन से भाजपा समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई। विधायक गांव हाजीपुर में ही उस समय घर पर मौजूद थे।वह सुबह क्षेत्र में निकलने की तैयारी कर रहे थे तभी अचानक तेज सीने में दर्द हुआ और कुर्सी पर बैठ गए। परिवार के लोग कुछ समझ नहीं पाए। उन्हेंं तत्काल एटा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनके निधन से भाजपा समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई। भाजपा के जिला अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया है कि विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह राज की तरह तैयार होकर क्षेत्र की जनता के बीच में जाने की तैयारी कर रहे थे और अचानक ही सीने में तेज दर्द उठा। बाद में पता चला कि उनको हार्ट अटैक हो गया है।

एटा के सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विधायक देवेंद्र प्रताप अपने घर अमापुर में कुर्सी पर बैठे थे। तभी उन्हेंं हार्ट अटैक पड़ा। परिवार के लोग तुरंत अस्पताल लेकर आए, लेकिन उनकी पहले ही मौत हो चुकी थी। उनके निधन के बाद कराया गया कोरोना टेस्ट निगेटिव निकला है।

कल्याण सिंह से बेहद नजदीकी: कासगंज जिले की अमांपुर सीट से 59 वर्षीय भाजपा विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह से बेहद नजदीकी थी। विधायक का पैतृक गांव नगला के उचा गांव के मजरा हाजीपुर में है। उन्होंने 2017 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह सोलंकी को हराया था।

भाजपा ने डेढ़ वर्ष में गंवाए आठ विधायक: देश तथा उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा ने करीब डेढ़ वर्ष में आठ विधायकों को गंवा दिया है। इनमें तीन मंत्री भी थे। आठ में से सात का निधन कोरोना वायरस संक्रमण से हुआ है। देवेंद्र प्रताप सिंह से पहले मुजफ्फरनगर की चरथावल विधानसभा से विधायक विजय कश्यप की कोरोना से मौत हुई थी। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में कश्यप राजस्व व बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री थे। इनसे पहले रायबरेली के सलोन से विधायक दल बहादुर कोरी, बरेली से विधायक केसर सिंह, औरैया सदर से विधायक रमेश दिवाकर, लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेश श्रीवास्तव, योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण तथा पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का भी निधन हो गया था। देवेंद्र प्रताप सिंह को छोड़कर अन्य सभी का निधन कोरोना वायरस संक्रमण से हुआ है।

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