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RGA news
आरडीएसओ 'एक राष्ट्र एक मानक अभियान के तहत ब्यूरो आफ इंडियन स्टेंडड्र्स (बीआईएस) का पहला एसडीओ संस्थान बन गया है।
आरडीएसओ के महानिदेशक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि भारत सरकार के तहत आने वाले दो संस्थानों की यह अनूठी पहल देश के शेष सभी प्रमुख अनुसंधान एवं मानक विकास संस्थानों के लिए न सिर्फ एक आदर्श स्थापित करेगी उन्हें विश्व स्तरीय मानकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करेगी।
लखनऊ, भारतीय रेलवे के अनुसंधान में मुख्य भूमिका निभाने वाला अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) 'एक राष्ट्र एक मानकÓ अभियान के तहत ब्यूरो आफ इंडियन स्टेंडड्र्स (बीआईएस) का पहला मानक विकास संगठन (एसडीओ) संस्थान बन गया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ सुनीत शर्मा और उपभोक्ता मामलों की सचिव लीना नंदन ने आरडीएसओ को बीआईएस प्रमाणन की औपचारिक घोषणा की।
आरडीएसओ के महानिदेशक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि भारत सरकार के तहत आने वाले दो संस्थानों की यह अनूठी पहल देश के शेष सभी प्रमुख अनुसंधान एवं मानक विकास संस्थानों के लिए न सिर्फ एक आदर्श स्थापित करेगी, उन्हें विश्व स्तरीय मानकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करेगी। एक राष्ट्र एक मानक की परिकल्पना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय मानक संस्थान भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने एक योजना शुरू की है जिसके तहत किसी संस्थान को एसडीओ की मान्यता दी जाती है। इससे देश के विभिन्न संस्थानों में उपलब्ध मौजूदा क्षमताओं और विशिष्ट डोमेन में उपलब्ध सकल विशेषज्ञता को एकीकृत किया जा सकेगा। आरडीएसओ भारतीय रेल के लिए मानक तय करने का एकमात्र संस्थान है। बीआईएस ने आरडीएसओ की मानक निर्माण प्रक्रियाओं की समीक्षा के बाद 24 मई को आरडीएसओ को एसडीओ (मानक विकास संगठन) के रूप में मान्यता प्रदान की। इस मान्यता के साथ, आरडीएसओ बीआईएस एसडीओ मान्यता योजना के तहत मान्यता प्राप्त करने वाला देश का पहला मानक विकास संगठन बन गया है। इसका उद्देश्य भारत में रेल परिवहन क्षेत्र के लिए उत्पादों, प्रक्रियाओं और सेवाओं के लिए मानक का विकास करना है। मान्यता तीन साल के लिए वैध है और वैधता अवधि पूरी होने के बाद नवीनीकरण की आवश्यकता होगी।