आंधी-पानी में गिरी छत, बुजुर्ग की गई जान

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आंधी-पानी में गिरी छत, बुजुर्ग की गई जान

 बदायूं मंगलवार को भोर में तीन से चार बजे के बीच आंधी-पानी ने एक बुजुर्ग की जान ले ल

 बदायूं मंगलवार को भोर में तीन से चार बजे के बीच आंधी-पानी ने एक बुजुर्ग की जान ले ली। फैजगंज बेहटा क्षेत्र के मन्नूनगर में छत गिरने से मलबे में दबकर 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। पेड़ और पोल गिरने से एक मवेशी की भी मौत हो गई है। आंधी-बारिश का शहर में तो कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन दर्जनों गांवों की बिजली गुल हो गई। कुछ ही देर में 19 मिमी हुई बरसात से गर्मी से राहत मिली, वहीं खेती के लिए भी फायदेमंद रही। सुबह चटख धूप खिल गई और मौसम साफ हो गया।

सोमवार को दिनभर भीषण गर्मी रही। रात में भी उमस बनी रही। भोर में करीब तीन बजे मौसम का मिजाज बिगड़ गया। आंधी के बाद बारिश भी शुरू हो गई। पेड़ और पोल गिरने से आवागमन बाधित होने के साथ बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है, बल्कि धान की रोपाई के लिहाज से फायदेमंद रही है। म्याऊं ब्लाक क्षेत्र के गांवों में धान की रोपाई भी शुरू कर दी गई है। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार का कहना है कि बारिश से खरीफ की फसल की बुआई और धान की रोपाई के लिए फायदा पहुंचा है, इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम वाईएस राघव का कहना है कि आंधी से शहर में विद्युत आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, आपूर्ति सामान्य ढंग से चल रही है। आसफपुर : रात को आंधी के दौरान क्षेत्र के कई मार्गों पर पेड़ टूट कर गिर गए। कई जगह बिजली के पोल टूट गए। थाना फैजगंज बेहटा के ग्राम मन्नूनगर में छत गिरने से मलबे में दबकर बुजुर्ग डालचंद की मौत हो गई। वह अपने मकान के बाहरी हिस्से में बने दालान में सो रहे थे। आसफपुर कस्बा निवासी धर्मपाल की भैंस घर के बाहर बंधी हुई थी। आंधी में नीम का पेड़ टूटकर भैंस के ऊपर जा गिरा जिससे उसकी मौत हो गई। आंधी से आसफपुर-चंदौसी मार्ग आसफपुर-बिसौली मार्ग एवं आसफपुर-बिलारी शाहाबाद मार्ग पर दर्जनों पेड़ टूट कर गिर गए, जिससे इन मार्गों पर यातायात बाधित हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान बिजली के पोल को हुआ जिससे चंदौसी से आसफपुर आ रही 132 केवीए हाईटेंशन के तारों पर पेड़ टूट कर जा गिरे। स्थानीय कस्बा सहित लगभग तीन दर्जन गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। इससे लोगों की जहां दिनचर्या प्रभावित हुई, वहीं लघु उद्योग धंधे भी ठप हो गए। बिल्सी : भोर में करीब तीन बजे तेज आंधी के बाद झमाझम बारिश हुई जिससे मौसम सुहाना हो गया। खेती के लिए बरसात बहुत फायदेमंद रही है, किसी तरह का कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ है। तहसीलदार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि तेज आंधी एवं बरसात से किसी भी प्रकार की कोई हानि की सूचना नहीं है।

उघैती : रात में बारिश आंधी आने से मौसम ने मिजाज बदला और मक्का की खेती के लिए भारी नुकसान हुआ है। शिवाला की खेती को लाभ हुआ है। आंधी-पानी के चलते बिजली गुल हो गई है। कई लोगों के टीनशेड और झोपड़ियां भी उड़ गईं। ओवरफ्लों हुईं नालियां, दुकानों में पहुंचा पानी

उझानी : भोर में हुई तेज बरसात ने पालिका की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। कीचड व दूषित पानी से अटी पड़ी नालियों की सफाई न होने के कारण बरसात का पानी नालियों से ओवरफ्लो होकर दुकानों में घुस गया, जिससे दुकानदारों का काफी नुकसान हुआ है। कश्यप वाली पुलिया से लेकर शनि भगवान के मंदिर तक पालिका सफाई कर्मचारियों की लापरवाही के कारण नालियां चोक पड़ी थीं। बरसात होने पर दुकानों के सामने जलभराव हो गया। दुकानदारों ने पालिका प्रशासन से नालियों की तत्काल सफाई करवाने की मांग की है।

बारिश से खिले किसानों के चेहरे, होने लगी धान की रोपाइ

म्याऊं : खेतों में पानी देख किसानों के चेहरे खिल उठे। धान की रोपाई का कार्य में तेजी आ गई है। ग्रामीणों के अनुसार सोमवार की रात मे हुई बारिश से किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। कई गांवों में धान की रोपाई का कार्य पहली ही बारिश में हो गया था, लेकिन अधिकांश किसान धान की रोपाई नहीं कर सके थे। इसके चलते तापमान में काफी कमी आई और लोगों को गर्मी से राहत मिली। बादल छाए रहने से सुबह का मौसम भी देर तक सुहाना रहा। हालांकि तेज हवा चलने के कारण कही पेड़ भी गिर गए लेकिन इससे किसी किसान को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है।

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