तामली-सिमियाउरी पेयजल योजना टूटने से सीमांत गांव की तीन हजार की आबादी को नहीं मिल रहा पानी

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RGA news

तामली-सिमियाउरी पेयजल योजना टूटने से सीमांत गांव की तीन हजार की आबादी को नहीं मिल रहा पानी

सीमांत गांव तामली पोलप और बचकोट के लिए बनी तामली- सिमियाउरी पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से तीन हजार की आबादी को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र से 15 किमी दूर हरम स्रोत से आने वाली लाइन एक पखवाड़े पूर्व बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई थी।

चम्पावत, चम्पावत जिले के सीमांत गांव तामली, पोलप और बचकोट के लिए बनी तामली- सिमियाउरी पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से तीन हजार की आबादी को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र से 15 किमी दूर हरम स्रोत से आने वाली लाइन एक पखवाड़े पूर्व बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी जल संस्थान लाइन की मरम्मत नहीं करा रहा है।

पेयजल योजना के तामली, पोलप और बचकोट गांवों की लगभग तीन हजार की आबादी की प्यास बुझती है। लाइन टूटने ने 15 दिन से नलों में पानी की बूंद नहीं टपकी है। एक सप्ताह पूर्व ग्रामीणों के सहयोग से लाइन की मरम्मत की गई लेकिन अगले दिन फिर से पाइप फट गया। ग्राम प्रधान भावना जोशी, सरिता देवी, पुष्कर सिंह, पूर्व प्रधान महासिंह, प्रह्लाद सिंह, राजेश पांडेय, बीडीसी सदस्य मनोज जोशी, देवेंद्र जोशी आदि ने बताया कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने की जानकारी विभाग को समय रहते दे दी गई थी, लेकिन अभी तक गांव में पानी की सप्लाई नहीं की गई है।

बताया कि क्षेत्र के नौलों में भी पानी काफी कम है जिससे बड़ी आबादी की पूर्ति नहीं हो पा रही है। जनप्रतिनिधियों ने शीघ्र लाइन की मरम्मत कर पेयजलापूर्ति सुचारू न करने पर डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जल संस्थान कार्यालय में तालाबंदी करने की चेतावनी दी है। इधर लोहाघाट विकास खंड की 42 साल पुरानी सुईं लिफ्ट योजना की मुख्य लाइन के पाइप सडऩे से आए दिन पाइपों के फटने की घटना हो रही है।

एक सप्ताह के भीतर दो बार लाइन क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र में पानी का संकट बना हुआ है। हालांकि विभाग ने पाइपों को जोड़कर काम चलाऊ व्यवस्था बना दी है। ग्रामीण त्रिलोचन ओली, नारायण दत्त ओली, संजय चतुर्वेदी, ललित मोहन ओली आदि ने बताया कि क्षेत्र में हर दूसरे दिन महज 30 से 40 मिनट पानी दिया जा रहा है, जिससे लोगों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है।

जल संस्थान को नहीं मिल रहा मरम्मत का सामान

कोरोना कफ्र्यू के चलते दुकानें बंद होने से जल संस्थान को क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों की मरम्मत के लिए सामान नहीं मिल पा रहा है। विभाग के पास मौजूद सामान समाप्त हो चुका है। ऐसे में बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त कई पाइप लाइनों की मरम्मत समय रहते नहीं हो पा रही है। जल संस्थान के अपर सहायक अभियंता परमानंद पुनेठा ने बताया कि दुकानें बंद होने से यूनियन, सॉकेट, निप्पल बैंड आदि सामग्री नहीं मिल पा रही है।

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