मेरठ में खिलाड़ियों के लिए एक माह में तैयार हो जाएगा एस्ट्रोटर्फ, तेजी से चल रहा काम

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RGA news

एक महीने में पूरा हो जाएगा एस्‍ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड ।

मेरठ के कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में हाकी खिलाड़ियों के लिए बन रहे एस्ट्रोटर्फ का काम कोरोना कर्फ्यू में तेजी से आगे बढ़ा है। मैदान की सतह के ऊपर 14 एमएम मोटी रबड़ की परत बिछाने के बाद अब एस्ट्रोटर्फ बिछाने का काम शुरू हो गया है।

मेरठ कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में हाकी खिलाड़ियों के लिए बन रहे एस्ट्रोटर्फ का काम कोरोना कर्फ्यू में तेजी से आगे बढ़ा है। मैदान की सतह के ऊपर 14 एमएम मोटी रबड़ की परत बिछाने के बाद अब एस्ट्रोटर्फ बिछाने का काम शुरू हो गया है। करीब 15 दिन एस्ट्रोटर्फ बिछाने के साथ ही किनारों को बनाने का काम भी चलेगा। निर्माण एजेंसी उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लि. के लिए काम कर रहे ठेकेदार संदीप सिंह के अनुसार अगर सबकुछ ठीक रहा तो करीब एक महीने में एस्ट्रोटर्फ बनकर तैयार हो जाएगा। यह एस्ट्रोटर्फ हाकी ग्राउंड 101.40 गुणा 61 मीटर लंबाई-चौड़ाई में बनाया जा रहा है।

एस्ट्रोटर्फ को लखनऊ की इंसोलोक्स स्पोट्र्स कंपनी ने इटली की कंपनी लिमोंटा स्पोट्र्स से मंगाया है। 10 अक्टूबर 2018 को मंगाया गया एस्ट्रोटर्फ 6379.82 स्क्वायर मीटर है। वहीं इसे 6185.40 स्क्वायर मीटर के मैदान पर बिछाया जाएगा। टर्फ लाल और हरे रंग की है। इसमें हरे रंग का टर्फ यानी घास 5146.25 स्क्वायर मीटर और लाल रंग की टर्फ 1233.57 स्क्वायर मीटर है

होगी अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानक की जांच : एस्ट्रोटर्फ तैयार होने के बाद इसकी गुणवत्ता की जांच अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित सैकड़ों ¨बदुओं पर की जाएगी। निर्माण के दौरान ग्राउंड से बार-बार घास निकलती रही है, जिसकी शिकायत भी कई बार मेरठ से लखनऊ तक हुई है। शिकायत होने के बाद जिला प्रशासन स्तर पर बनी टीम ने एक बार जांच भी की थी, लेकिन निर्माण देखने कोई नहीं पहुंचा। यदि अब भी घास जमीन के भीतर होगी तो कुछ ही महीनों में एस्ट्रोटर्फ जगह-जगह नीचे से उठ जाएगा, जिससे खेलने के दौरान गेंद खिलाड़ियों को लग सकती है। 

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