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सीबीगंज के जंगल में मीरगंज के 10 साल के बालक को कुत्ते नोचकर खा गए। कुत्ते अधखाये शरीर को नोचकर गन्ने के खेत में ले जा रहे थे कि उधर से गुजर रहे लोगों ने कुत्तों को भगाया। सूचना पर पहुंची मां बेटे की हालत देख बेहोश हो गईं। लोगों की मदद से तुरंत अस्पताल ले जाया गया मगर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मीरगंज क्षेत्र के गांव मोहम्मद गंज के ओमप्रकाश की पत्नी गुड्डी सीबीगंज में डूडा कॉलोनी के घरों में काम करती है। वह काम पर रोजाना अपने 10 साल के बेटे रितिक को लेकर आती है। मंगलवार को मां घरों में काम करने लगीं। दोपहर में रितिक जंगल में बने मंदिर पर हो रहे कीर्तन में प्रसाद लेने गया। दिन में लगभग 2:30 बजे जब वह लौट रहा था तो रास्ते में उस पर जंगली कुत्तों ने हमला कर दिया। उस वक्त आस-पास बचाव को कोई नहीं था। कुत्ते बालक के सिर, पेट और पैरों का मांस नोच-नोच कर खा गए। बालक के अधखाये शरीर को कुत्ते गन्ने के खेत में खीचकर ले जा रहे थे कि उधर से गुजर रहे लोगों ने कुत्तों को लाठी-डंडों से भगाया लेकिन तब तक कुत्ते बालक के शरीर के कई हिस्सों का मांस नोचकर खा चुके थे। सूचना पर मां मौके पर पहुंची। बेटे का क्षत-विक्षत शरीर देखकर वह बेहोश हो गईं। मदद को दौड़े लोग बालक को तुरंत लेकर फतेहगंज पश्चिमी के एक मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।