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पूर्व कैबिनेट मंत्री ठा. जयवीर सिंह ने बनाई रणनीति।
जिला पंचायत के चुनाव में अलीगढ़ की राजनीति में पूर्व कैबिनेट मंत्री ठा. जयवीर सिंह सिरमौर रहे है। यदि एक पंचायत चुनाव के कार्यकाल को छोड़ दिया जाए तो अब तक सभी में उनका दबदबा रहा है। उनकी रणनीति के आगे कोई टिक नहीं पाया।
अलीगढ़,जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की रणनीति में माहिर व चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री ठा. जयवीर सिंह के एक ही दांव से विपक्ष चारों खाने चित्त हो गया है। खैर रोड स्थित अपने फार्म हाउस पर 40 से अधिक सदस्यों को एकजुट कर लिया। बुधवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी सुधीर सिंह की भाजपा नेताओं के साथ इंटरनेट मीडिया पर फोटो वायरल होने से यह साबित हो गया कि सुधीर सिंह साथ में आ गए हैं। एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया की समधन व भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष ठा. श्यौराज सिंह की पत्नी विजय सिंह को सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा है। प्रदेश नेतृत्व से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
ऐसे बनी भाजपा की रणनीति
जिला पंचायत के चुनाव में अलीगढ़ की राजनीति में पूर्व कैबिनेट मंत्री ठा. जयवीर सिंह सिरमौर रहे है। यदि एक पंचायत चुनाव के कार्यकाल को छोड़ दिया जाए तो अब तक सभी में उनका दबदबा रहा है। उनकी रणनीति के आगे कोई टिक नहीं पाया। मंगलवार को भी सारी रणनीति खैर रोड स्थित ठा. जयवीर सिंह के फार्म हाउस पर बनी। ऐसा पहली बार नहीं है, बल्कि यह चौथी बार होगा जब अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बिठाने का श्रेय ठा. जयवीर सिंह को जाएगा। इससे पहले के तीन अध्यक्षों की रणनीति इसी फार्म हाउस पर बनी। जिला पंचायत चुनाव में भाजपा का शुरू से दावा था कि 30 से अधिक सदस्य जीतकर आएंगे। बहुमत के लिए 24 सदस्यों की जरूरत रहती है। मगर, भाजपा नौ सदस्यों को ही जीता पाई, छह बागी भी भाजपा से नाराज होकर चुनाव लड़े थे। भाजपा ने उन्हें भी अपने पाले में कर लिया था, मगर उसके बाद भी भाजपा के पास 15 सदस्य हो रहे थे। भाजपा का गणित तब बिगड़ गया जब पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी सुधीर सिंह ने अचानक रालोद का दामन थाम लिया। ऐसे में पार्टी ने इसकी बागडोर ठा. जयवीर सिंह को दी। सूत्र बताते हैं कि ठा. जयवीर सिंह ने चौधरी सुधीर सिंह को अपना छोटा भाई बताते हुए मना लिया। मंंगलवार को खैर रोड स्थित जयवीर सिंह के फार्म हाउस में बुलाई बैठक में 40 सदस्य उपस्थित होनेे की भी बात कही जा रही है। बैठक में एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष ठा. श्यौराज सिंह समेत तमाम नेता थे। ठा. जयवीर सिंह ने स्वीकार किया है कि सारी रणनीति उनके ही नेतृत्व में ही बनी। बैठक में 40 सदस्य भाजपा के समर्थन में थे।
लगातार चौथी बार फार्म हाउस पर बनी रणनीति
ठा. जयवीर सिंह के फार्म हाउस पर अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर लगातार चौथी बार रणनीति बनी है। इससे पहले 2005-06 में रामसखी कठेरिया, 2010 में चौधरी सुधीर सिंह और 2015 में ठा. जयवीर सिंह के भतीजे ठा. उपेंद्र सिंह नीटू के लिए भी यहीं बैठक हुई थी। बताया जाता है कि सदस्यों को एक गोपनीय स्थान पर रखा गया है।
मैं शुरू से कह रहा था कि भाजपा का ही जिला पंचायत अध्यक्ष बनेगा। वर्तमान समय में पार्टी के पास 40 से अधिक सदस्य हैं। हम बहुमत से कहीं आगे हैं। बैठक में प्रत्याशी भी तय हो गया है। बस प्रदेश नेतृत्व के आदेश का इंतजार है।