जयराम ठाकुर बोले, नरेंद्र बरागटा का निधन हिमाचल भाजपा के लिए बड़ी क्षति, राजकीय शोक की घोषणा

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RGA न्यूज़

हिमाचल भवन चंडीगढ़ में नरेंद्र बरागटा को श्रद्धांजलि देते मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर।

हिमाचल प्रदेश से शिमला कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का निधन न सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए नुक्सान है। यह शब्द हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल भवन सेक्टर-28 में विधायक नरेंद्र बरागटा को श्रद्धाजंलि देने के दौरान कहे

हिमाचल प्रदेश से शिमला कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का निधन न सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए नुक्सान है। यह शब्द हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल भवन सेक्टर-28 में विधायक नरेंद्र बरागटा को श्रद्धाजंलि देने के दौरान कहे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र बरागटा ने विधायक के तौर पर भले ही कोटखाई के लिए काम किया लेकिन एक समय वह बागवानी मंत्री रहे थे और अब भी मुख्य सचेतक के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा नरेंद्र बरागटा ने प्रदेश के किसानों के लिए लगातार काम किया और उनकी स्थिति को सुधारने की दिशा में काम किया।

बरागटा के निधन पर राजकीय शोक की घोषणा

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नरेंद्र बरागटा ने वर्ष 2017 में भी चुनाव जीते थे जिसके चलते उनके देहांत पर राजकीय शौक की घोषणा की गई है। जिसके तहत केबिनेट की बैठक को स्थगित करने के साथ-साथ विश्व पर्यावरण दिवस पर होने वाले सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र बरागटा का जाना हिमाचल भाजपा के लिए बड़ा सदमा है।

शनिवार सुबह साढ़े चार बजे ली अंतिम सांस

नरेंद्र बरागटा पहले कोरोना पाॅजिटिव थे। कोरोना से ठीक होने के बाद भी उनकी बॉडी में कुछ समस्या आने लगी थी। जिस कारण 26 मई को वह मोहाली स्थिति फोर्टिस अस्पताल में चेकअप कराने के लिए आए थे। फोर्टिस ने इन्हें पीजीआई रेफर किया था, जहां पर दो जून को उन्हें पीजीआइ चंडीगढ़ के आईसीयू में भर्ती करवाया गया था जिस दौरान यह कोमा में चले गए और स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हो सका। शनिवार सुबह साढ़े चार बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। नरेंद्र के बेटे चेतन ने पीजीआई से बॉडी लेने के बाद सेक्टर-28 स्थित हिमाचल भवन में पहुंचाई। हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी वहां पहुंचे। हिमाचल भवन के बाद बॉडी को शिमला कोटखाई ले जाया गया है, जहां पर शाम चार बजे के करीब अंतिम संस्कार होगा।

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