बरेली को 38 दिन बाद मिली बाजार खोलने की छूट, जानिये लॉकडाउन में कारोबारियों को कितना हुआ नुकसान

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RGA news

सोमवार से सुबह सात से शाम तक बाजार खुलने की छूट, सक्रिय संक्रमित घटकर 542 हुए।

संक्रमित 600 से कम होने के बाद सोमवार सुबह सात बजे से बाजार खुलने की छूट मिलेगी। 38 दिनों के बाद बाजार खुलने की तैयारी में व्यापारी जुट गए हैं। 20 जुलाई तक चलने वाली सहालग और गर्मी के बाजार को भुनाने की कोशिश होगी।

बरेली,संक्रमित 600 से कम होने के बाद सोमवार सुबह सात बजे से बाजार खुलने की छूट मिलेगी। 38 दिनों के बाद बाजार खुलने की तैयारी में व्यापारी जुट गए है। 20 जुलाई तक चलने वाली सहालग और गर्मी के बाजार को भुनाने की कोशिश व्यापारियों की होगी। वहीं प्रशासन ने भी तैयारियां शुरू की है। भीड़ वाले बाजार में एहतियात अधिक होंगे। दुकान पर अधिक भीड़ होने पर पुलिस सख्ती से पेश आएगी। शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए ही दुकानदारों को कारोबार करने के लिए कहा गया है।

वीकेंड कर्फ्यू के बाद 29 अप्रैल से आंशिक कर्फ्यू बरेली में लागू किया गया था। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को जारी रखते हुए थोक और फुटकर दुकानों पर पाबंदी लागू की गई। संक्रमण कम होने के बाद शासन ने 600 से कम संक्रमितों वाले जिलों को आंशिक कर्फ्यू से बाहर करने का निर्देश जारी किया। बरेली में शनिवार को संक्रमितों की संख्या घटकर 542 रह गई। इसके बाद बाजार खुलने की तैयारी शुरू कर दी गई। सोमवार को पहले दो घंटे व्यापारियों को दुकानों की सफाई में बिताना होगा। क्योंकि लंबे समय में उनके प्रतिष्ठान बंद चल रहे हैं। डीएम नितीश कुमार ने कहा कि शासन को भी इस बाबत अवगत करा दिया गया है।

फुटवियर कारोबार को 50 करोड़ : फुटवियर कारोबारी भूपेंद्र सिंह भूपी ने बताया कि हर वर्ग पर ही कोरोना संक्रमण का असर पड़ा है। हर महीने करीब पचास करोड़ का करोबार होता है। लेकिन, इस बार चौपट होकर ही रह गया। बैंक्वेट हॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपेश अग्रवाल ने बताया कि 20 जुलाई तक सहालग है। इसलिए घाटे को पूरा करने की उम्मीद है। एहतियात के साथ आयेाजनों को करवाया जाएगा। 

किरानेे का कारोबार अब तक 70 करोड़ का प्रभावित हुआ : किराना कमेटी के अध्यक्ष गुलशन सब्बरवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण से निजात पाने को लगे लाकडाउन में बाहर से माल आने में किसी तरह की परेशानी तो नहीं हुई। लेकिन, ग्राहक ही संक्रमण के चलते बाहर निकलने से परहेज कर रहा था। ऐसे में अप्रैल माह से अब तक करीब 70 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। लेकिन, सरकार ने संक्रमण से बचने को जो भी निर्णय लिए वे जनहित में थे। 

सर्राफा कारोबार 100 करोड़ का हुआ प्रभावित : सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि पूरे अप्रैल माह तक सहालग रहे। लेकिन, पूरा बाजार बंद होने की वजह से काम चौपट रहा। लेकिन, पहले बीमारी से छुटकारा पाना प्राथमिकता थी। कारोबार की बात करें तो करीब अप्रैल और मई माह में सौ करोड़ रुपये का बाजार जमीन पर आ गया।

कंप्यूटर कारोबार 80 करोड़ का प्रभावित हुआ : आल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप मेहरा ने बताया कि अप्रैल और मई दोनों ही माह दाखिल व बच्चों की गर्मियों की छुट्टियों के करीबी माह होते हैं। पूरे साल में इन दो माह में करीब 80 करोड़ का कारोबार होता है। लेकिन, बीमार से बचना पहली प्राथमिकता थी। चौपट हुए कारोबार की भरपाई तो अब लाकडाउन खुलने के बाद भी कर लेंगे। 

कपड़ा कारोबार 100 करोड़ा का प्रभावित हुआ : कपड़ा कारोबारी दर्शन लाल भाटिया ने बताया कि सहालग के आधे से ज्यादा समय लाकडाउन की गिरफ्त में ही गुजर गया। जब से लाकडाउन लगा है तब से अब सहालग के लिहाज से देखें तो करीब सौ करोड़ रूपये का कारोबार चौपट हो गया। 

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