शासन-प्रशासन की सख्ती का असर नहींं, प्रयागराज में यमुना की बीच धारा से हो रहा बालू का अवैध खनन

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प्रयागराज में नैनी इलाके के मोहब्बतगंज और आसपास के गांवों के सामने किया जा रहा है खनन

अभी ज्यादा पुरानी बात नहीं है। मोहब्बतगंज गांव के निकट नदी की बीच धारा से बालू का अवैध खनन करने वालों और प्रशासन के बीच जमकर मारपीट हुई थी। उसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे। वहां पर अवैध खनन पुलिस और प्रशासन की टीम ने नावों को तोड़ा था।

प्रयागराज, मोहब्बतगंज गांव के निकट यमुना नदी की बीच धारा से बालू का अवैध खनन हो रहा है। नाव के जरिए बेधड़क खनन किया जा है और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है। पानी से निकाली गई बालू का ठेर नदी किनारे लगा हुआ है। इस अवैध धंधे में कई माफिया सक्रिय है लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसा भी नहीं है कि पुलिस को कुछ पता नहीं है लेकिन पुलिस सब जानकर भी अनजान बनी रहती है।

कुछ महीने पहले पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई थी भिड़ंत

अभी ज्यादा पुरानी बात नहीं है। मोहब्बतगंज गांव के निकट नदी की बीच धारा से बालू का अवैध खनन करने वालों और प्रशासन के बीच जमकर मारपीट हुई थी। उसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे। वहां पर अवैध खनन की सूचना पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने अवैध खनन में लगी नावों को तोड़ा था। तब यह मामला तूल पकड़ा और प्रियंका गांधी वाड्रा तक पहुंचा था। उसमें जिनकी नाव टूटी थी, कांग्रेसियों ने उनकी मदद भी की थी। उस विवाद के बाद प्रशासन बैक फुट पर आ गया और वहां निगरानी बंद कर दी थी। ऐसे में वहां पर फिर से अवैध खनन शुरू हो गया। नैनी और घूरपुर क्षेत्र में नदी किनारे धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है। वहां पर नाव के जरिए बालू का निकाला जा रहा है। पहले तो यहां पर रात में अवैध खनन होता था। अब लोग इतने बेखौफ हैं कि दिन में भी पानी से खनन कर रहे हैं। इससे जलीय जीवों के अस्तित्व पर संकट मंडऱा रहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) का स्पष्ट निर्देश है कि पानी से बालू का खनन न किया जाय। यहां पर अवैध खनन में दर्जनों नाव लगी हैं और नदी किनारे पानी से निकाले गए बालू के ढेर लगे हैं। रोजाना दर्जनों ट्रक और ट्रकों के जरिए बालू बेची जा रही है।

खान अधिकारी का है यह कहना

कुछ महीने पहले वहां पर अवैध खनन करने वालों की नाव तोड़ी गई थी। वहां से अवैध खनन बंद कराया गया था। अब फिर से खनन हो रहा है तो इसकी जानकारी नहीं थी। वहां बालू खनन का पट्टा नहीं है और पानी से बालू खनन अवैध है। अब फिर खनन करने वालों की नाव तोड़ी जाएगी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा।

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