प्रयागराज के गांवों में चलेगी आजीविका एक्सप्रेस, 10 ब्लाकों में एक-एक महिलाओं को दिया जाएगा ई-रिक्शा

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इस योजना के तहत बिना ब्याज के करीब डेढ़ लाख रुपये ऋण दिया जाएगा।

ग्राम संगठन की ओर से सेल्फ हेल्थ ग्रुप (एसएचजी) की महिलाओं का चयन ई-रिक्शा चलाने को रूट तय किया जाना है। अधिकारियों का कहना है कि ग्राम संगठन द्वारा प्रस्ताव बनाया जा रहा है। मुख्यालय के अधिकारी जल्द शासन को भेजेंगे।

प्रयागराज,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए हमेशा नए प्रयोग किए जा रहे हैं। अब आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत सदस्यों को ई-रिक्शा दिए जाएंगे। इससे पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। पहले चरण में जिले के 10 ब्लॉक में ई-रिक्शा दिए जाएंगे।

ग्राम संगठन की ओर से प्रस्ताव बनवाकर भेजा जा रहा विकास भवन

दरअसल, एनआरएलएम एक के बाद एक योजनाओं के जरिए महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ रहा है। अभी तक बिजली की रीडिंग, बैंक सखी, बीसी सखी, जैविक खेती, अचार-मुरब्बा, नेल पॉलिश, खोवा बनाने, मूंज क्राफ्ट के अलावा कैंटीन चलाने के व्यवसाय से महिला समूहों को जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाने का प्रयास किया जा चुका है। जिले में एनआरएलएम के तहत करीब 13,615 समूह पंजीकृत हैं। महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए कार्ययोजना के तहत एक लाख 10 हजार रुपया और 15 हजार रुपया रिवाङ्क्षल्वग फंड दिया जाता है। इसके अलावा आय के स्त्रोत बढ़ाने को एनआरएलएम मौका देता है। अब कोरांव, बहरिया, फूलपुर, शंकरगढ़, मेजा, सोरांव, करछना, भगवतपुर, चाका व जसरा ब्लाकों में एक-एक महिला को ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जाएगा। ग्राम संगठन की ओर से सेल्फ हेल्थ ग्रुप (एसएचजी) की महिलाओं का चयन, ई-रिक्शा चलाने को रूट तय किया जाना है। अधिकारियों का कहना है कि ग्राम संगठन द्वारा प्रस्ताव बनाया जा रहा है। मुख्यालय के अधिकारी जल्द शासन को भेजेंगे। इस योजना के तहत बिना ब्याज के करीब डेढ़ लाख रुपये ऋण दिया जाएगा।

जिला मिशन प्रबंधक बोले, मांगा गया है प्रस्‍ताव

जिला मिशन प्रबंधक अमित शुक्ला ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप काम किया जा रहा है। समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है। महिलाओं को ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव मांगा गया है।

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