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बायो डीजल के आड़ में जिले में बिना लाइसेंस डीजल पेट्रोल पंपों का संचालन किया जा रहा है।
बायो डीजल के आड़ में जिले में बिना लाइसेंस डीजल पेट्रोल पंपों का संचालन किया जा रहा है। जिले में करीब 14 बायोडीजल पंप हैं। आशंका हैं कि इनमें से अधिकतर पर बिना अनुमति ही डीजल-पेट्रोल की बिक्री हो रही हैं।
अलीगढ़, बायो डीजल के आड़ में जिले में बिना लाइसेंस डीजल पेट्रोल पंपों का संचालन किया जा रहा है। जिले में करीब 14 बायोडीजल पंप हैं। आशंका हैं कि इनमें से अधिकतर पर बिना अनुमति ही डीजल-पेट्रोल की बिक्री हो रही हैं। ऐसे में डीएम ने जिले की सभी बायोडीजल पंपों के जांच के आदेश कर दिए हैं। पूर्ति विभगा की टीम को इसमें लगाया गया है। नियमों का पालन न करने वाले बायोडीजल पंप की एनओसी को निरस्त किया जाएगा। जल्द ही इसके लिए विभाग अभियान शुरू करेगा
यह है मामला
जिले में कुल 135 पेट्रोल पंप हैं। पूर्ति विभाग ने इन्हें डीजल पेट्रोल बिक्री का अधिकार दे रखा है। अब दो साल से जिले में पूर्ति विभाग ने 14 नए बायो डीजल पंप को भी एनओसी दे दी है। यह पंप केवल बायो डीजल की बिक्री कर सकती हैं। यह डीजल से पांच से सात रुपये तक सस्ता होता है। ट्रैक्टर, जनरेटर, ट्राली में इसका पग्रयोग होता हैं। हालांकि, गांव देहात में अब भी लाेग बायो डीजल को कम पंसद करते हैं। ऐसे में बायोडीजल पंप की ज्यादा बिक्री भी नहीं होती है। इसी का फायदा उठाकर पंप संचालक बायो डीजल के नाम से डीजल पेट्रोल की बिक्री करते हैं। कई बार इसके लिए विभाग में शिकायत आ चुकी है। ऐसे में अब जिले में इन सभी पंपों की जांच कराने का फैसला लिया है।
डीएसओ राजेश कुमार सोनी ने बताया कि जिले में बायोडीजल की कुल 14 पेट्रोल पंप हैं। इन सभी की जांच कराई जाएगी। सैंपल भी भरे जाएंगे। जिनका नियमों का खिलाफ संचालन मिलेगा, उनकी एनओसी निरस्त की जाएगी।