एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर 17 लाख की ठगी करने वालों का सुराग नहीं, प्रयागराज पुलिस की शिथिलता

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RGA news

मेडिकल में प्रवेश के नाम पर 17 लाख की जालसाजी करने वाले आरोपित अभी भी फरार हैं।

ठगी के मामले में नामजद किए गए पांचाें आरोपितों का मोबाइल नंबर छात्रा के पिता ने पुलिस को दिया है। पुलिस ने इन नंबरों पर फोन करना चाहा लेकिन सभी नंबर स्विच ऑफ हैं। ऐसे में पुलिस को आरोपितों की लोकेशन भी नहीं मिल पा रही है।

प्रयागराज,एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर एक प्रतियोगी छात्रा से 17 लाख रुपये ठगने के मामले में पुलिस ने चार दिन पहले रिपोर्ट दर्ज कर ली है। हालांकि अभी तक वह जालसाजों के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं कर सकी है। उनके पते की भी जानकारी पुलिस को नहीं मिल सकी है। हालांकि, पुलिस यही कह रही है कि जांच की जा रही है और जल्द ही जालसाज शिकंजे में होंगे, लेकिन जिस गति से पुलिस चल रही है, उससे यही लगता है कि यह मामला ठंडे बस्ते के हवाले हो जाएगा।

मोबाइल कॉल डिटेल निकलने पर ही साफ होगी तस्वीर

ठगी के मामले में नामजद किए गए पांचाें आरोपितों का मोबाइल नंबर छात्रा के पिता ने पुलिस को दिया है। पुलिस ने इन नंबरों पर फोन करना चाहा, लेकिन सभी नंबर स्विच ऑफ हैं। ऐसे में पुलिस को आरोपितों की लोकेशन भी नहीं मिल पा रही है। पुलिस का मानना है कि आरोपितों के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाने पर ही पूरे मामले की तस्वीर साफ हो सकती है। कॉल डिटेल निकलवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।

जालसाजों ने छात्रा से ऐंठे थे 17 लाख रुपये

प्रतापगढ़ जनपद के आसपुर देवसरा थानांतर्गत सारडीह गांव निवासी सुरेंद्र यादव की पुत्री पूजा एलनगंज में रहने वाले अपने मौसा डा. विकास यादव के यहां रहकर मेडिकल परीक्षा की तैयारी करती है। वर्ष 2020 में उसने परीक्षा दी तो उसके अंक थोड़े कम आए। सात नवंबर 2020 को तानी नामक युवती ने उसे फोन किया और कहा कि वह एमबीबीएस में दाखिला करा सकती है। उसने उसे गौतमबुद्ध नगर जाकर सचिन सिंह से मिलने को कहा। पूजा अपने पिता के साथ वहां गई और फिर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज में प्रवेश कराने को लेकर 21 लाख रुपये में बात तय हुई।

प्रयागराज के कोतवाली में दर्ज है केस

18 दिसंबर 2020 को पल्मनोलजी डिपार्टमेंट में ले जाकर तीन लोगों से परिचय कराते हुए पूजा की काउंसलिंग करवाई गई। उसी दिन उसे 11 लाख रुपये और दिए गए। इसके पहले छह लाख रुपये दिए गए थे। 17 लाख रुपये देने के बाद भी पूजा का एडमीशन नहीं हुआ तो उसके पिता सुरेंद्र ने कोतवाली थाने में तानी, सचिन सिंह, पंकज कुमार, आदर्श सिंह और डा. ज्ञानेंद्र सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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