दोनों गांवों में मातम, रिश्तेदारों का लगा तांता

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RGA news

कल्याणपुर : हाईवे पर मंगलवार रात सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत के बाद ईश्वरीगंज और लाल्हेपुर दोनों गांवों में गुरुवार को भी मातम रहा। लोग सुबकते रहे और पीड़ित परिवारों की महिलाएं रो-रोकर बेसुध होती रहीं। हादसे की सूचना मिलते ही रिश्तेदारों का तांता लग गया। कई घरों में गुरुवार को भी चूल्हे नहीं जले। पति व बेटों को खोने वाली महिलाओं ने एक निवाला तक नहीं निगला। सुभाष की मां अपने और दोनों बच्चों के भविष्य को लेकर बेहाल थीं। रिश्तेदारों ने बताया कि सुभाष ही एकमात्र कमाने वाला था। वह भी चला गया। अब गुजारा कैसे होगा

तीन लाल चले गे, अब हम जीके का करिबे..

विधाता हमार तीन लाल हमसे छीन लीनिस, अब हम जीके का करिबे। अबे अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराओ तो, लड़का काहत थे अम्मा कुछ दिन आराम करौ। कामे की चिता तुम ना करौ। हम सब लोग कर लेबे..। यह कहकर लाल्हेपुर गांव की गीता देवी फूटकर रो पड़ीं। उनके तीन बेटों राममिलन, शिवभजन व लवलेश को हादसे ने छीन लिया। पास में मौजूद महिलाएं इससे पहले कि उन्हें संभालती, वह बेहोश हो गई। पानी के छींटे चेहरे पर मारकर स्वजन उन्हें होश में लाए, तो फिर से वह चीख चीख कर रोने लगीं। रिश्तेदार सांत्वना देते रहे।

अगले महीने होनी थी राममिलन की शादी

पिता धनीराम ने बताया कि अगले महीने जुलाई में राममिलन की शादी बिनगवां निवासी युवती से होनी थी। सभी शादी की तैयारियों में जुटे थे, लेकिन हादसे ने सभी खुशियां छीन लीं।

ठेकेदार अपने पास रखता था बैंक पासबुक

मृतक राममिलन, शिवभजन व लवलेश के बड़े भाई अजय के मुताबिक ठेकेदार का बड़ा भाई बिस्किट फैक्ट्री में मैनेजर भी है। दोनों भाइयों ने षड्यंत्र के तहत तीनों भाई व गांव के अन्य युवकों के बैंक खाते खुलवाए, लेकिन पासबुक अपने पास रखते थे। इसी पासबुक के जरिए दबाव बनाकर आरोपित टेंपो का किराया वसूलते थे।

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