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घर-घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करते गारबेज कलेक्टर्स। (फाइल फोटो)
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 में मैटीरियल रिकवरी फेसिलिटी कम गारबेज ट्रांसफर स्टेशन की शुरुआत हो गई है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने शनिवार को इस स्टेशन का उद्घाटन किया। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड के तहत यह प्लांट बनाया गया है।
चंडीगढ़, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 में मैटीरियल रिकवरी फेसिलिटी कम गारबेज ट्रांसफर स्टेशन की शुरुआत हो गई है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने इस स्टेशन का उद्घाटन किया। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड के तहत यह प्लांट बनाया गया है।
इस मौके पर स्मार्ट सिटी के सीईओ कम नगर निगम कमिश्नर केके यादव ने प्रशासक को ट्रांसफर स्टेशन की जानकारी दी। यह गारबेज ट्रांसफर स्टेशन गारबेज कलेक्शन को बेहतर कर ट्रांसपोर्टेशन खर्च को कम कर चंडीगढ़ को बिन फ्री सिटी बनाने में सहायक होंगे। इससे जगह-जगह रखे सभी गारबेज कलेक्शन बिन हट जाएंगे। साथ ही इस स्टेशन पर गारबेज को सेग्रीगेट करने में मदद मिलेगी।
अब पहले कचरे को घरों से कलेक्ट किया जाता है या यह बिन में जमा होता है। उसके बाद इसे सहज सफाई केंद्र पहुंचाया जाता है। फिर वहां से यह गारबेज प्रोसेसिंग प्लांट डंपिंग ग्राउंड पहुंचता है। इसमें ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बहुत ज्यादा होता है। अब यह सारा खर्च बचेगा। साथ ही शहर में कचरे की समस्या भी निपट जाएगी। शहर बिन फ्री हो जाएगा।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत यह पूरा प्लांट काम करेगा। स्मार्ट सिटी की वेस्ट सेग्रीगेशन स्कीम के तहत तीन मैटीरियल रिकवरी फेसिलिटी कम गारबेज ट्रांसफर स्टेशन बनेंगे। दो स्टेशन इंडस्ट्रियल एरिया फेज-वन और डड्डूमाजरा में होंगे। गारबेज कलेक्शन और डिस्पोजल वाले सभी वाहन जीपीएस और स्काडा से कनेक्ट होंगे। इससे एक-एक वाहन को ट्रैक किया जा सकेगा। स्काडा कंट्रोल रूम में मिनट मिनट की जानकारी होगी। साथ ही कंट्रोल रूम से जरूरी डायरेक्शन दी जा सकेंगी। कोई ड्राइवर अगर गलत रूट पर निकलता है तो उसे तुरंत जीपीएस से ट्रैक किया जा सकेगा।