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हल्की बारिश कुछ फसलों के लिए बेहद मुफीद रहता है।
कृषि प्रणाली संस्थान के वरिष्ठ मौसम कृषि वैज्ञानिक डा. एम शमीम ने बताया कि इस मौसम में किसान मक्का फसल की बुआयी कर सकते हैं। संकर किस्में जैसे ए एच- 321 एवं ए एच- 58 तथा उन्नत किस्में जैसे पूसा कम्पोज़िट-3 पूसा कम्पोज़िट- 4 बुआयी के लिए उपयुक्त हैं
मेरठ जून के वर्तमान सप्ताह में 16 और 17 को हल्की बारिश होने की संभावना है। शेष दिनों में मौसम शुष्क रहेगा। कृषि प्रणाली संस्थान के वरिष्ठ मौसम कृषि वैज्ञानिक डा. एम शमीम ने बताया कि इस मौसम में किसान मक्का फसल की बुआयी कर सकते हैं। संकर किस्में जैसे ए एच- 321 एवं ए एच- 58 तथा उन्नत किस्में जैसे पूसा कम्पोज़िट-3, पूसा कम्पोज़िट- 4 बुआयी के लिए उपयुक्त हैं। इनके बीज किसी प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें। बीज की मात्रा आठ किलोग्राम प्रति एकड़ रखें। पंक्ति से पंक्ति की दुरी 60 से 75 सेंटी मीटर और पौधे से पौधे की दुरी 20- 25 सेंटीमीटर रखें।
किसान तैयार करें योजना
मक्का में खरपतवार नियंत्रण हेतु मृदा में उचित नमी रहने पर एट्राजिन का 400-600 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 800 लीटर पानी में घोल कर स्प्रे करें और एक सप्ताह तक खेतों में निराई-गुड़ाई न करें। डा. एम शमीम ने बताया कि इस बार मानसून समय से पहले आने तथा सामान्य वर्षा होने की संभावना है। ऐसे में किसानों को धान की नर्सरी तैयार करने योजना बना लेनी चाहिए। एक हैक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई करने हेतु लगभग 800 से 1000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में पौध तैयार करना पर्याप्त होता है। नर्सरी के क्षेत्र को 1.5 से 2.5 मीटर चौड़ी और सुविधानुसार लंबी क्यारियों बनाएं। अधिक उपज देने वाली बासमती किस्में पंत धान-10, पंत धान- चार,पूसा बासमती- एक, पूसा- 44, पूसा -384,पूसा सुगंध- 5,पूसा सुगंध-4 आदि हैं।