बोर्ड परीक्षा परिणाम को मंथन जारी, यह हो सकते हैं विकल्प

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RGA न्यूज़

यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा हो चुकी हैं रद।

यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा हो चुकी हैं रद। इंटर का परिणाम निकालने को 11वीं इंटर और हाईस्कूल के अंकों का लिया जा सकता है सहारा। इंटर के मूल्यांकन में अंक की जगह हाईस्कूल की तरह ग्रेड भी दिए जा सकते हैं।

आगरा, उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा रद कर चुकी है। अब परीक्षा परिणाम निकालने के लिए नीति तैयार हो रही है। जानकारों की मानें, तो बोर्ड इंटर का परिणाम सिर्फ प्रीबोर्ड और 11वीं के आधार पर ही तैयार नहीं करेगा, बल्कि इसमें हाईस्कूल के परीक्षा अंक भी शामिल किए जा सकते है

बोर्ड तीनों वर्ष की परीक्षा के औसत अंकों के हिसाब से इंटरमीडिएट के उन 70 फीसद अंकों का निर्धारण करेगा, जो लिखित परीक्षा के साथ वार्षिक, अर्धवार्षिक और मासिक या साप्ताहिक टेस्ट के लिए निर्धारित हैं। शेष 30 फीसद अंक इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षा से लिए जाएंगे, जो लाकडाउन शुरू होने से ही पहले करा ली गई थी। इस तरह इंटर का रिजल्ट हाईस्कूल के बोर्ड नतीजे, 11वीं की वार्षिक परीक्षा परिणाम और इंटर की प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणामों को मिलाकर तैयार हो सकता है।

वहीं जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं होती, उनमें हाईस्कूल के बोर्ड, 11वीं की वार्षिक और 12वीं की प्री-बोर्ड के परिणामों का औसत ही इंटर का बोर्ड परीक्षा का परिणाम तय करेगा।

मिलेगा लिखित परीक्षा का विकल्प

हालांकि बोर्ड ऐसे विद्यार्थियों को भी निराश नहीं करेगा, जो परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे। बोर्ड मूल्यांकन प्रक्रिया स्वीकार न होने पर कोरोना संक्रमण की स्थिति ठीक होने पर लिखित परीक्षा में शामिल होने का विकल्प भी ऐसे विद्यार्थियों को देगा।

इस पर भी चल रहा मंथन

कुछ जानकार यह भी सुझाव दे रहे हैं कि बोर्ड परीक्षा पहली बार रद हुई है, ऐसे में यह महत्वपूर्ण मौका है। इसलिए इस बार इंटर के मूल्यांकन में अंक की जगह हाईस्कूल की तरह ग्रेड भी दिए जा सकते हैं। 

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