महाराष्ट्र में भी हो रहा है कोविड की पुरानी मौतों का समायोजन, जिलावार विवरण ने खोला राज

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RGA न्यूज़

महाराष्ट्र में एक दिन की कोविड मौतों का आंकड़ा जहां 200 बताया गया है

महाराष्ट्र में जारी आंकड़ों से पता चला है कि महामारी के दौरान पहले हुई मौतों को भी अब सामने लाया जा रहा है। राज्य में जैसे-जैसे कोविड के नए मरीजों की संख्या कम हो रही है वैसे-वैसे कोविड से हुई मौतों के पुराने आंकड़े सामने आ रहे हैं।

मुंबई,कोविड की दूसरी लहर परवान चढ़ने के बाद सोमवार को पहली बार नए मरीजों की संख्या 10,000 से कम एवं कोविड से हुई मौतें भी सबसे कम, यानी 200 हुईं। लेकिन राज्य सरकार एवं स्थानीय निकायों की ओर से जारी दैनिक आंकड़ों से पता चलता है कि महामारी के दौरान पहले हुई मौतें भी अब सामने लाई जा रही हैं।

राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 14 जून को एक दिन की कोविड मौतों का आंकड़ा जहां 200 बताया गया है, वहीं यह भी स्पष्ट किया गया है कि इनमें 132 मौतें पिछले 48 घंटे में एवं 68 पिछले सप्ताह भर में हुई हैं। जबकि विभिन्न जिलों एवं स्थानीय निकायों में एक सप्ताह से पहले हुई ऐसी मौतों की संख्या 1392 रही है, जिन्हें अब तक कोविड पोर्टल पर दिखाया नहीं जा सका था। राज्य सरकार द्वारा इन 1392 मौतों का जिलावार विवरण भी जारी किया गया है। इससे पता चलता है कि सिर्फ सोमवार का बताकर जारी किए गए मौतों के आंकड़े में न सिर्फ एक सप्ताह की मौतें शामिल हैं, बल्कि उससे पहले की अब तक सामने न आई मौतों को मिलाकर यह संख्या 1592 हो जाती हैं।

सामने आ रहे हैं पुराने आंकड़े 

राज्य सरकार द्वारा इसी पद्धति से पेश किए गए आंकड़ों को सही माना जाए तो 13 जून को सामने आई कुल मौतों की संख्या 2,771 बैठती है। 12 जून को सामने आई मौतों की संख्या 1966 होती है। 11 जून की 2619 होती है। 10 जून की 1915 होती है। 9 जून की 661, 8 जून की 702 एवं 7 जून की संख्या 340 बैठती है। इससे यह भी पता चलता है कि राज्य में जैसे-जैसे कोविड के नए मरीजों की संख्या कम हो रही है, वैसे-वैसे कोविड से हुई मौतों के पुराने आंकड़े सामने आ रहे हैं। 

प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो कोविड से हुई मौतों के आंकड़ें विभिन्न स्रोतों से सरकार के पास पहुंचते हैं। इनमें विशेष तौर पर इस बार मरीजों की उनके घरों में हुई मौतें भी शामिल होती हैं। ये मौतें उसी दिन कोविड पोर्टल पर दर्ज नहीं हो पातीं। उन्हें बाद में पता चलने पर दर्ज किया जाता है। ऐसी ही मौतें अब सप्ताह भर से पहले हुई मौतों के रूप में सामने आ रही हैं।

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