आगरा में किसानों का एलान, किसी कीमत पर नहीं देंगे अपनी जमीन

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RGAन्यूज़

आगरा में किसानों ने अपनी भूमि देने से इंकार कर दिया है।

इनररिंग रोड के तृतीय चरण के लिए एडीए ने वर्ष 2011 में जमीन चिह्नित की थी। कुछ किसानों ने एडीए के साथ करार भी कर लिया था लेकिन बैनामा नहीं हुए थे। बाद में एडीए ने अपनी योजना में बदलाव करते हुए इनररिंग रोड का एलाइनमेंट बदल दिया।

आगरा:- इनररिंग रोड जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों और आगरा विकास प्राधिकरण के बीच समझौता होता नहीं दिख रहा।किसानों ने साफ एलान कर दिया हे कि वह किसी कीमत पर अपनी जमीन नहीं देंगे। उनका आरोप है कि एडीए उनकी जमीन को सस्ती दरों में लेकर महंगी दरों पर बेचना चाहता है। किसानों ने जबरन जमीन लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

इनररिंग रोड के तृतीय चरण के लिए एडीए ने वर्ष 2011 में जमीन चिह्नित की थी। कुछ किसानों ने एडीए के साथ करार भी कर लिया था लेकिन बैनामा नहीं हुए थे। बाद में एडीए ने अपनी योजना में बदलाव करते हुए इनररिंग रोड का एलाइनमेंट बदल दिया। पूर्व में चिह्नित की गई जमीन पर एडीए व्यवसायिक गतिविधियां करना चाहता है। इसके लिए जमीन पर कब्जा लेना की प्रक्रिया शुरू की गई। मगर, किसानों ने इसका विरोध कर दिया है। किसान नेता श्याम सिंह चाहर का कहना है कि एडीए किसानों के साथ अन्याय कर रहा है। उनकी जमीन को सस्ती दरों पर लेहर महंगी दरों पर बेचना चाहता है। पूर्व में तमाम किसानों को चार गुना मुआवजा दिया गया। तृतीय चरण के लिए जिन किसानों की जमीन की चिह्नित की गई थी, उन्होंने भी चार गुना मुआवजे की मांग की।मगर, एडीए ने उनकी मांग को नकार दिया। ऐसे में किसानों ने साफ एलान कर दिया है कि वह अब किसी कीमत पर अपनी जमीन नहीं देंगे। किसान नेता सोमवीर यादव का कहना है कि पूर्व में जिन किसानों से एडीए ने धोखे से करार करा लिया था, वह भी अब जमीन देने को तैयार नहीं हैं।

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