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RGA न्यूज़
नाले में बहे दोनों युवकों की सिल्ट में दबने से मौत
पानी का दबाव कम नहीं होने पर आधी रात के बाद रोकना पड़ा रेस्क्यू दोबारा तड़के शुरू किए रेस्क्यू में आठ मीटर के दायरे में मिले दोनों शव
मथुरा:- झमाझम बारिश के बीच नाले में गिरे तीन युवकों में एक को तो बाहर निकाल लिया गया. लेकिन नाले में बहे दो अन्य युवकों की मौत हो गई। बुधवार सुबह उनके शव नाले में सिल्ट में दबे मिले। दोनों युवक 12 फीट गहरे नाले की सिल्ट में समा गए थे। फायर ब्रिगेड की आठ सदस्यीय टीम और नगर निगम की टीम ने रात नौ
बजे रेस्क्यू शुरू किया। ये एक बजे तक पानी का दबाव कम न होने और अंधेरा अधिक हो जाने से बीच में ही रोकना पड़ा। बुधवार तड़के दोबारा रेस्क्यू शुरू किया गया। घटनास्थल से करीब सात-आठ मीटर के दायरे में दोनों युवकों के शव अलग-अलग स्थानों से निकाले जा सके।
किशोरी रमण डिग्री कालेज के पीछे होकर कैलाश नगर के रास्ते के बीच में स्थित नाले में मंगलवार रात सदर बाजार के मुहल्ला जहरखाना निवासी अरमान (21), पुरानी छावनी
निवासी जितिन खत्री (19) और मुर्शिदपुर निवासी प्रदीप सैनी (18) तीनों मोटरसाइकिल समेत नाले में गिर गए थे। प्रदीप सैनी को वहां मौजूद लोगों ने बाहर निकाल लिया था। डर के कारण वह भाग गया और घटना की जानकारी भी नहीं दी।
क्षेत्रीय लोगों की जानकारी पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप शर्मा अपनी आठ सदस्यीय रेस्क्यू टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। नगर निगम के अधिकारी भी जेसीबी लेकर पहुंच गए। सिटी सर्किल का फोर्स भी घटनास्थल पर बुला लिया।
रात नौ बजे मोटरसाइकिल को निकाल लिया गया। इसके नंबर को ट्रेस किया। लोहवन निवासी किशन की मोटरसाइकिल थी। उससे नंबर ट्रेस कर किशन को काल की गई।
किशन ने बताया कि मोटरसाइकिल उसके भांजे जितिन के पास रहती है। पुलिस ने जितिन के पिता प्रेमप्रकाश को बुलाया। प्रेम प्रकाश से मालूम हुआ, अरमान भी जितिन के साथ था। दोनों की तलाश के लिए रात को एक बजे तक रेस्क्यू चला।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया, पानी का बहाव कम नहीं हो रहा था। अंधेरा भी छा गया। कई स्थानों पर नाला पटा था। करीब बारह फीट गहरे नाले में सिल्ट जमा थी। इसलिए रेस्क्यू को बीच में रोकना पड़ा। सुबह साढ़े पांच बजे दोबारा
रेस्क्यू शुरू किया गया। घटनास्थल से करीब सात-आठ मीटर की दूरी पर सात बजे अरमान का शव निकाला जा सका और उसके बाद आधे घंटे बाद जितिन खत्री का शव मिला। सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया, प्रदीप सैनी से घटना को लेकर पूछताछ
की गई। इत्तेफाक से हादसा हुआ।
-थोडी देर की कहकर निकले थे: जितिन
खत्री बारहवीं कक्षा छात्र था, जबकि अरमान नल फिटिग का काम करता था। जितिन के पिता प्रेम प्रकाश एसडीएम गोवर्धन के स्टेनो की गाड़ी के चालक हैं।
उन्होंने बताया, जितिन शाम को सात बजे दूध लेकर आया था। तभी उसके पास एक काल आया। वह थोड़ी देर में लौटकर आने की कहकर गया था। अरमान के पिता इशहाक ने बताया, सात बजे तक अरमान घर पर था। घूमने के लिए जाने की कहकर घर से
निकला था। पीड़ितों ने बताया, प्रदीप सैनी घटना के बाद भाग कर अपने घर आ गया और किसी को भी घटना की कोई जानकारी नहीं दी। मोटरसाइकिल से घटना की जानकारी उनको देररात मिली थी।
-वृद्ध की गिर गई थी साइकिल:
मोटरसाइकिल गिरने से पहले नाले में एक वृद्ध की साइकिल भी गिर गई थी। उसकी साइकिल पर एक झोला था। उसमें छह सौ रुपये थे। सुबह तक वह साइकिल नहीं मिल पाई। माना जा रहा है, साइकिल सिल्ट समा गई। मोटरसाइकिल गिरने की घटना के
बाद वृद्ध चला गया था।