बरेली जाकर बस गया था रामदेव का परिवार 

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RGA न्यूज कुशीनगर संवाददाता 

दुदही/बरवापट्टी। बरेली शहर में 200 करोड़ रुपये की ठगी की घटना के बाद चर्चा में आया सेवरही थानाक्षेत्र के मठिया भोकरिया का एक परिवार करीब तीन दशक पहले वहां जाकर बस गया था। तब से इस परिवार के मुखिया का कभी-कभार गांव आना होता है। उनके बच्चे बहुत कम ही यहां आते हैं। गांव में चर्चा है कि आरोपी परिवार के सदस्यों के ख्वाब शुरू से बड़े ऊंचे रहे।
मठिया भोकरिया गांव निवासी फुलेना कुशवाहा बरेली में किसी ट्रैक्टर एजेंसी में नौकरी करते थे। बाद में उनके गांव के मित्र रामदेव भी नौकरी की तलाश में बरेली चले गए। वहां रामदेव की नलकूप ऑपरेटर पद पर नियुक्ति हो गई। इसके बाद रामदेव पत्नी और चारों बेटों के साथ बरेली में रहने लगे। फुलेना और रामदेव ने वहां घर भी बनवा लिया और गांव से इनका संपर्क कम होता चला गया। वर्ष-2016 में नलकूप ऑपरेटर रामदेव रिटायर हो गए। गांव में चर्चा है कि दोनों मित्रों के बेटों ने वहां श्री गंगा इंफ्रासिटी प्रा. लि. नाम से कंपनी बनाकर लोगों के करोड़ों रुपये जमा कराए। पिछले महीने ही रामदेव के पिता मुसहर भगत की मृत्यु हो गई। रामदेव पत्नी के साथ गांव आए लेकिन उनके बेटे नहीं आए।
हेलीकॉप्टर में उड़ने का था ख्वाब
गांव के लोगों की मानें तो रामदेव का बेटा राजेश मौर्य अतिमहत्वाकांक्षी है। तीन भाइयों मनोज, दिनेश व अजय मौर्य के साथ बरेली में रियल स्टेट कंपनी संचालित करता है। कंपनी का एमडी खुद राजेश है। जबकि भाई मनोज मौर्य डायरेक्टर है। दो अन्य भाई दिनेश व अजय कंपनी के कर्मचारी के रूप में कार्य करते थे। राजेश मौर्य के साथ उसके गांव का ही अमित मौर्य सहयोगी के रूप में नौकरी कर रहा था। इनके खिलाफ बरेली में केस दर्ज होने के बाद अमित मौर्य तीन अन्य ग्राहकों जयदेव, लालबहादुर व धर्मवीर गुर्जर के साथ सोमवार को मठिया भोकरिया आए थे। गांव के लोगों की मानें तो जब भी लोग राजेश से गांव आने की बात कहते तो उसका यही जवाब होता कि खुद का हेलीकॉप्टर खरीद लेगा तभी गांव आएगा।

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