आगरा बन न जाए कहीं अज्ञात लाशों का डंपिग जोन, तीन हफ्ते में मिले तीन शव

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RGA न्यूज़ 

यमुना एक्‍सप्रेस वे पर मिली युवती के शव की शिनाख्‍त नहीं हो पाई है।

तीन सप्ताह के दौरान मिल चुकी हैं आगरा में अलग अलग जगहों पर तीन लाशें। सिकंदरा में प्रौढ़ और युवती की मिली थीं लाश। एत्मादपुर में बोरे में बंद मिली थी युवती की लाश। तीनों की अब तक नहीं हो सकी है शिनाख्त। स्‍कैच बने लेकिन नहीं लगा कोई सुराग।

आगरा, आगरा करीब एक महीने से अज्ञात लाशों का डंपिंग जोन बन गया है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर तीन सप्ताह के दौरान तीन शव मिले हैं। इनमेें दो युवतियों के थे। जिनकी हत्या करके यहां फेंका गया था। जबकि एक शव 55 साल के व्यक्ति का है। उसकी भी हत्या करके यहां फेंकने की आशंका है। तीनों ही शवों का अज्ञात में अंतिम संस्कार किया गया है। उनकी पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस इन अज्ञात लाशों के पंफलेट और स्केच जारी कर चुकी है। जिसे पड़ाेसी जिलों व राज्यों में भेजा गया है।

रुनकता के कब्रिस्तान से लगे जंगल में चार दिन पहले 55 साल के प्रौढ़ का शव मिला। उसकी जेब में ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे उसकी शिनाख्त हो सकती। शरीर पर कोई जाहिर चोट के निशान नहीं हैं। मगर, पहचान का कोई कागज जेब में नहीं मिलने से आशंका है कि उसकी हत्या करने के बाद यहां पर साजिश के तहत लाकर फेंका गया। इससे कि उसकी पहचान न हो सके

एत्मादपुर में झरना नाले के जंगल में यमुना एक्सप्रेस वे से लगे जंगल में 30 मई को युवती का बोरे में बंद शव मिला था। उसकी उम्र करीब 25 साल थी। युवती के दोनों हाथ और पैर बंधे हुए थे। शव दो से तीन दिन पुराना था। उसका गला घोंटने के बाद शव को चादर में लपेटने के बाद बोर में बंद करके यहां फेंका गया था। वह काली जींस, आसमानी व ब्लू रंग की टी शर्ट पहने थी। जिस पर रिवेल विद ए कॉज लिखा था। जबकि दाहिने हाथ में एक कड़ा पहने थी।

इससे पहले 27 मई को सिकंदरा में बिचपुरी मार्ग पर अंसल टाउन के पास झाड़ियों में 25 साल की युवती का शव मिला। उसका गला घोंटने के बाद पहचान मिटाने के लिए जला दिया गया था। इन दोनों ही मामलों में हत्यारे अपने मंसूबे में अभी तक सफल रहे हैं। दोनाें युवतियों की शिनाख्त नहीं होने से उनकी हत्यारे अब बेखौफ घूम रहे हैं।

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