शराब छिपाने के लिए ऐसी-ऐसी जगह ढूंढ रहे कि पुलिस भी खा रही चक्‍कर, देखिए सासाराम में कहां मिली

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RGA न्यूज़

खंडर से मिली शराब के साथ उत्‍पाद विभाग की टीम। 

सघन छापेमारी के बावजूद धंधेबाजों की कवायद पर पूर्ण रूप से नकेल कसना संभव नहीं हो पा रहा है। जांच कई बार यह बात भी सामने आ चुका है कि धंधेबाजों का नेटवर्क राज्य से बाहर तक जुड़ा हुआ है।

सासाराम:- मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बांसा बिजली आफिस से पश्चिम बंद पड़े पत्थर खदान एम ब्लॉक के पास स्थित एक खंडहरनुमा कमरे से मंगलवार की मध्य रात्रि में मध निषेध विभाग की टीम ने भारी मात्रा में सप्रीट बरामद किया। लगातार हो रही बारिश के दौरान जोखिम उठाते हुए टीम ने खंडहर में घुसकर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान 20 लीटर क्षमता वाले 25 जार में स्प्रीट मिलते ही अधिकारी भी हैरानी पड़ गए।

बंद पड़े पत्थर खदान क्षेत्र से इतनी भारी मात्रा में स्प्रीट बरामद होने की कल्पना अधिकारियों को भी नहीं था। उत्पाद निरीक्षक प्रभात विद्यार्थी के अनुसार शराब बंदी के बाद कई धंधेबाज स्प्रीट से शराब बनाने का काम करते है। जिसे अलग-अलग ब्रांड का नाम देकर उसे होम डिलवेरी करने वाले छोटे धंधेबाजों को दे देते है। धंधेबाजों की यह कवायद कभी लोगों के लिए जान पर भारी भी पड़ सकता है। ऐसा शराब ही जहरीला साबित हो रहा है। छापेमारी के दौरान कोई धंधेबाज गिरफ्तार नहीं हो सका।

बताते चलें कि मध निषेध विभाग की टीम ने पिछले दिनों अमरातालाब के पास छापेमारी कर नकली अंग्रेजी शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का उद्भेदन किया था। गांव के बाहर बने भूसा घर के अलावा पास में स्थित एक झोपड़ी से ब्राडेंड अंग्रेजी शराब की खाली बोतल और स्टीकर बरामद हुआ था। इसके अलावा बिक्रमगंज थाना के मठिया में शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया था।

हैरानी इस बात कि है कि सघन छापेमारी के बावजूद धंधेबाजों की कवायद पर पूर्ण रूप से नकेल कसना संभव नहीं हो पा रहा है। जांच कई बार यह बात भी सामने आ चुका है कि धंधेबाजों का नेटवर्क राज्य से बाहर तक जुड़ा हुआ है। छापेमारी मध निषेध विभाग के निरीक्षक प्रभात विद्यार्थी, सब इंस्पेक्टर मनोज राय, ओमी कुमारी के अलावा सैप जवान शामिल थे।

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