बरेली के लोगों को अब उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत, 22 जून तक मानसून आने के आसार

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RGA न्यूज़

गुरुवार को दिन में खिली धूप, फिर काले बादल और झमाझम बरसात, शाम साढ़े पांच बजे तक सात मिलीमीटर बारिश।

बंगाल की खाड़ी से आ रहीं पूर्वी हवाओं ने गुरुवार को जिले का मौसम अचानक बदल दिया।दोपहर तक तेज धूप के साथ ही बरसात शुरू हो गई। कुछ ही देर में आसमान को काले बादलों ने घेर लिया और करीब डेढ़ घंटे तक जमकर बरसात हुई।

बरेली, बंगाल की खाड़ी से आ रहीं पूर्वी हवाओं ने गुरुवार को जिले का मौसम अचानक बदल दिया।दोपहर तक तेज धूप के साथ ही बरसात शुरू हो गई। कुछ ही देर में आसमान को काले बादलों ने घेर लिया और करीब डेढ़ घंटे तक जमकर बरसात हुई। मौसम विभाग ने करीब नौ मिलीमीटर से ज्यादा बरसात शाम साढ़े पांच बजे तक दर्ज की है।पंत नगर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ.आरके सिंह ने बताया कि प्री-मानसून की यह आखिरी तेज बारिश है। इस बारिश से आने वाले दिनों में उमस से राहत मिलेगी। वहीं, 20 से 22 जून तक मानसून आने की संभावना जताई जा रही है।

अधिकतम और न्यूनतम तापमान बढ़ा : बारिश होने से पहले दोपहर तीन बजे तक तेज धूप थी। इस वजह से गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार को अधिकतम पारा 33.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25.2 डिग्री सेल्सियस था। यानी गुरुवार को दोनों तापमान बढ़े रहे। गुरुवार शाम हुई बारिश का असर देर रात तापमान और शुक्रवार के मौसम पर देखने को मिलेगा।

आधे घंटे की बारिश में शहर जलमग्न, घंटे भर बाद निकला पानी : शहर में नालों की सफाई किस तरह हो रही है, इसका नजारा गुरुवार शाम देखने को मिला। करीब एक घंटा हुआ मूसलधार बारिश में पूरा शहर जलमग्न हो गया। प्रमुख मार्गों से एक घंटे बाद धीरे-धीरे पानी निकल गया। निचले इलाकों में समस्या बढ़ गई, वहां देर तक जलभराव रहा। जिले में मानसून ने दस्तक दे दी है। गुरुवार शाम करीब चार बजे अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। कुछ ही देर में पूरा शहर जलमग्न हो गया। सभी प्रमुख सड़कों के साथ ही गली मुहल्लों में भी पानी भर गया।

सुभाषनगर पुलिया, सिटी स्टेशन के सामने करीब एक घंटा यातायात बाधित रहा। एसएसपी आफिस, सीएमओ कार्यालय, जिला अस्पताल, नगर आयुक्त के आवास के सामने सड़क पर भीषण जलभराव हो गया। हजियापुर, संजय नगर, नेकपुर, शांति विहार, मढ़ीनाथ, पुराना शहर के कई मुहल्लों में पानी भर गया। खुर्रम गौटिया और हार्टमैन ओवरब्रिज के पास गढ़ी चौकी वाला रोड पर जहां खोदाई हुई थी वहां पानी भर गया। वहां कीचड़ और मिट्टी में वाहन फिसलते रहे। डेलापीर, श्यामगंज सब्जी मंडी में भी लोग जलभराव से जूझते रहे। रामपुर गार्डन, गांधी उद्यान, राजेंद्र नगर समेत अन्य जगह प्रमुख सड़कों से करीब एक घंटे में पानी निकल गया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अशोक कुमार ने बताया कि बारिश में कुछ जगह जलभराव हुआ, लेकिन नालों की सफाई होने के कारण कुछ देर में ही पानी निकल गया।

अधूरा सड़क निर्माण से बढ़ी मुसीबत : जल निगम ने बड़ा डाकखाना से साल्वेशन आर्मी रोड पर सीवर लाइन डाली है। वहां भटनागर कालोनी तक कोलतार की सड़क बना दी गई है। उसके आगे गिट्टी, रोड़ा डाल दिया गया है। बारिश में पानी का रिसाव होने से वहां बड़ा गड्ढा हो गया। कालोनी में रहने वाले डा. मंजुला सिंह ने बताया कि जहां पक्की सड़क नहीं बनाई गई है, वहां सड़क का लेवल काफी नीचा है, जिस कारण पानी भर रहा है। वहां गड्ढा हो गया है। इस पर लोगों के गिरने का डर बना हुआ है। महापौर इसे माडल रोड बनाने की बात कह रहे हैं, लेकिन ऐसे कैसी बन सकती है माडल रोड। 

डेलापीर कैलाश पुरम कॉलोनी में जलभराव : नगर निगम ने डेलापीर तालाब के पास एक संपवेल बनाया है। उससे नाले में पानी छोड़ा जाता है, लेकिन फिर भी पास की डेलापीर कैलाशपुरम कालोनी में पानी भर रहा है। वहां रहने वाले सुरेश गुप्ता ने बताया कि गुरुवार शाम को भी लोगों के घरों में पानी भर गया। इस बारे में कई बार महापौर व नगर आयुक्त से शिकायत की है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

पूरे शहर में बिजली ने जमकर दिया झटका : बारिश की वजह से पूरे शहर की बिजली व्यवस्था चौपट हो गई। पॉश कालोनी हों या फिर आम मुहल्ले अधिकांश जगह फाल्ट की वजह से बत्ती गुल रही। इससे पहले दिन में भी कई मुहल्लों में बिजली आपूर्ति की परेशानी आ रही थी। राजेंद्र नगर, सिविल लाइंस, पवन विहार समेत कई सब स्टेशन की आपूर्ति देर रात तक बहाल नहीं हो सकी।

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