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कक्षा पांच में पढ़ता है शिवेन, तीन दिन तक विशेषज्ञ करेंगे निगरानी।
सुशीला जसवंत राय मेटरनिटी अस्पताल के चेयरमैन राजीव गुप्ता ने बताया कि उनका पौत्र शिवेन मेयो कालेज अजमेर में पांचवीं कक्षा का छात्र है। बताया कि भारत बायोटेक और आइसीएमआर की ओर से संचालित ट्रायल के लिए शिवेन को चुना गया था।
मेरठ, कोरोना का टीका यूं ही सेहत का सुरक्षा कवच नहीं बन गया। इसके लिए तमाम इंसानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रायल में भाग लिया है। मेरठ के स्वतंत्रता सेनानी स्व. लाला जसवंत राय का परिवार देश में कमोबेश पहला उदाहरण है, जिनके घर के तीन सदस्यों ने क्रमवार कोरोना वैक्सीन के ट्रायल फेज में हिस्सा लिया। गुरुवार को लाला जसवंत राय के प्रपौत्र दस साल के शिवेन गुप्ता ने एम्स नई दिल्ली में कोवैक्सीन का टीका लगवाया। इससे पहले शिवेन के माता-पिता भी ट्रायल फेज में भाग ले चुके हैं। लाला जी का परिवार मेरठ स्थित साकेत में रहता है।
बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल
महान स्वतंत्रता सेनानी लाला जसवंत राय स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बेहद संजीदा थे। उनके मिशन को अब उनकी अगली पीढ़ी साकार रूप दे रही हैं। लाला जसवंत राय के पौत्र व सुशीला जसवंत राय मेटरनिटी अस्पताल के चेयरमैन राजीव गुप्ता ने बताया कि उनका पौत्र शिवेन मेयो कालेज अजमेर में पांचवीं कक्षा का छात्र है। बताया कि भारत बायोटेक और आइसीएमआर की ओर से संचालित ट्रायल के लिए शिवेन को चुना गया था। कोवैक्सीन का देशभर में बच्चों पर ट्रायल चल रहा है। शिवेन के पिता सार्थक उसे गुरुवार को एम्स ले गए, जहां टीका लगाने के साथ ही एंटीबाडी जांच के लिए ब्लड भी लिया गया। विशेषज्ञों की टीम टीका लगवाने वाले बच्चों की तीन दिन तक उनके सेहत की निगरानी करेगी। आइसीएमआर देशभर के बच्चों का आंकड़ा एकत्र कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी, जिसके बाद ही बच्चों का टीकाकरण होगा। कई देशों में बच्चों पर परीक्षण किया जा रहा है।
शिवेन के माता-पिता भी ट्रायल में ले चुके वैक्सीन
पिछले साल अगस्त-सितंबर में देशभर में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हुआ। एम्स में होने वाले दूसरे फेज के ट्रायल में शामिल होने के लिए राजीव गुप्ता के पुत्र सार्थक गुप्ता ने इच्छा जताई। उन्हें 12 सितंबर को कोवैक्सीन लगाई गई। वहीं सार्थक की पत्नी दीप्ति ने जनवरी 2021 में आयोजित थर्ड फेज के ट्रायल में भाग लिया। ट्रायल में भाग लेने वालों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जाता है।
इनका कहना है
स्वतंत्रता सेनानी लाला जसवंत राय स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बहुत परोपकारी थे। उनकी अगली पीढिय़ां मिशन को आगे बढ़ा रही हैं। इसी क्रम में उनके घर के तीन सदस्यों ने अलग-अलग समय पर किए गए ट्रायल में भाग लिया है।