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RGA न्यूज़
नीरव और मेहुल की तरह शाइन सिटी इंफ्रा के एमडीए राशिद ने ठगे हजारों करोड़।
शाइन सिटी इंफ्रा का एमडी राशिद नसीम लखनऊ समेत विभिन्न राज्यों में घर का ख्वाब दिखाकर 50 हजार करोड़ से अधिक रुपये लूट ले गया। राजधानी के अलावा दिल्ली बिहार पश्चिम बंगाल गुवाहाटी में ठगी के हजारों मुकदमे दर्ज हैं।
लखनऊ। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की तरह ही राजधानी का एक महाठग भी हजारों करोड़ रुपये लेकर दुबई भाग गया है। हजारों मुकदमे दर्ज होने के बावजूद पुलिसिया दोस्तों ने ठग को बाहर निकलने दिया, जिससे लाखों लोगों की जीवन की गाढ़ी कमाई मिलने की उम्मीद भी खत्म हो गई। अब जांच आथिर्क अपराध शाखा के हवाले है। अब देखना है कि यह ठग देश वापस लाया जाएगा या नहीं। ठगी की रकम से उसने दुबई व्यवसाय जमा बैठा और वहां रहकर कई अन्य देशों में नेटवर्क फैला रहा है।
बात हो रही है शाइन सिटी इंफ्रा के एमडी राशिद नसीम की। लखनऊ समेत विभिन्न राज्यों में घर का ख्वाब दिखाकर 50 हजार करोड़ से अधिक रुपये लूट ले गया। राजधानी के अलावा दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल गुवाहाटी में ठगी के हजारों मुकदमे दर्ज हैं। राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम के खिलाफ ईडी ने भी मनी लांड्रिंग के तहत उनकी कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं।
गोमतीनगर से शुरू की जालसाजी : राशिद नसीम ने गोमतीनगर में आफिस खोल रखा था। कुछ माह पहले नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीडि़तों का एक संगठन तैयार करके प्रयागराज हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ 50 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी।
स्पीक एशिया कंपनी में एक मामूली एजेंट से शुरू की नौकरी और बना महाठग : राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। करीब 20 साल पहले उसने स्पीक एशिया मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी में एजेंट की नौकरी शुरू की थी। शातिर दिमाग नसीम ने यहीं पर रहकर निवेशकों को ठगने की कला सीखी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हाउसिंग कंपनी और उसके बाद 50 से अधिक कंपनियां खोल डाली। लोगों को मकान और प्लाट दिलाने एवं उन पैसों को दो साल में दोगुना करने का झांसा देकर ठगने लगा। शुरू में निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए एक साल तक उन्हेंं निवेश के रुपयों का ब्याज देता रहा। जब अधिक लोगों ने निवेश शुरू किया तो उसने टाल मटोल कर रुपये देना बंद कर दिया। राजधानी के साथ ही सूबे के अन्य जनपदों और कई राज्यों में अपनी कंपनियां शुरू कर दी। वहां पर अपने लोगों को बैठा दिया। लखनऊ में उसने सीतापुर रोड, रायबरेली रोड, फैजाबाद रोड पर अपनी कंपनी की साइट बताया था, जबकि यहां किसानों को उनके खेत में सिर्फ होृृडग और बैनर लगाने के लिए 20-25 हजार रुपये किराया देता था। इसके बाद निवेशकों को कंपनी की जमीन बताकर विजिट कराता था। चूंकि वहां पर शाइन इंफ्रा के बोर्ड लगे होते थे तो निवेशकों को भी विश्वास हो जाता था और वह प्लाट बुक करा लेते थे।
ठगी का ब्योरा और दर्ज मुकदमे
- लखनऊ : 250 करीब
- ठगी के शिकार लोग : 10 लाख से अधिक
- सूबे के विभिन्न जनपदों में दर्ज मुकदमे : पांच हजार करीब
- इन पर दर्ज हैं मुकदमे : दोनों ठग भाई समेत कंपनी के 40 अधिकारी और कर्मचारी
- दुबई से लेकर कई देशों में फैलाया नेटवर्क
सूत्रों के मुताबिक राशिद नसीम ने दुबई जाकर कई अन्य देशों में अपना नेटवर्क फैला दिया। वहां से उसने यूएसए, लंदन, न्यूजीलैंड, कनाडा, डेनमार्क, स्वीडन, आयरलैंड, हांगकांग, सिंगापुर, नॉर्वे, स्वीजरलैंड, फिनलैंड, मलेशिया, जार्जिया में अपनी कंपनियां शुरू की हैं। अब वह दुबई में रहकर जार्जिया की नागरिकता लेने की कोशिश कर रहा है।
नाकाम रही पुलिस, अब जांच ईओडब्ल्यू को : जब शहर में शाइन सिटी के खिलाफ मामले दर्ज हो रहे थे तब पुलिस ठग से दोस्ती निभा रही थी। यही वजह है कि सैकड़ों मुकदमे दर्ज होने के बावजूद पुलिस उस पर हाथ डालने से बचती रही। सूत्र बताते हैं कि राशिद की कई बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों से भी दोस्ती थी। लिहाजा किसी पुलिसकर्मी की हिम्मत नहीं पड़ी। डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश पर शाइन सिटी से संबंधित सभी मामले अब ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा) को ट्रांसफर हो गए हैं