राजस्‍व गांवों में शिविर लगाकर होगा टीकाकरण, आज अभियान का ट्रायल

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RGA न्यूज़

ग्रामीण इलाकों में यूं तो कोविड-19 वैक्‍सीनेशन की नियमित शुरुआत पहली जुलाई से होगी। पर आज ट्रायल है।

 टीकाकरण की इस नई कार्ययोजना का क्रियान्वयन योग दिवस पर 21 जून यानी आज विकास खंड कौडि़हार होलागढ़ सोरांव कोटवा चाका और जसरा के राजस्व गांवों में होगा। इन गांवों में 17 जून से मुनादी कराई गई है ताकि लोगों को अभियान के बारे में जानकारी हो सके।

प्रयागराज, कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले अधिक से अधिक लोगों को टीके लगाने की सरकारी मंशा आज यानी सोमवार से रफ्तार पकड़ेगी। नई योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग टीके का सभी इंतजाम लेकर खुद ग्रामीणों के पास जाएगा। राजस्व ग्रामों में शिविर लगेंगे, वहीं रजिस्ट्रेशन होगा और टीके लगाए जाएंगे। इसकी नियमित शुरुआत तो पहली जुलाई से होगी लेकिन ट्रायल के तौर पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का खास अवसर चुना गया है ताकि इस दिन टीके लगवाकर लोग इस पल को यादगार भी बना सकें।

टीकाकरण की इस नई कार्ययोजना का क्रियान्वयन योग दिवस पर 21 जून यानी आज विकास खंड कौडि़हार, होलागढ़, सोरांव, कोटवा, चाका और जसरा के राजस्व गांवों में होगा। इन गांवों में 17 जून से मुनादी भी कराई गई है ताकि लोगों को अभियान के बारे में जानकारी हो सके और लोग टीके लगवाने के लिए प्रेरित हो सके।

एक दिन में 23 हजार टीकाकरण का लक्ष्य

जनपद के 92 केंद्रों में प्रत्येक दिन टीकाकरण का लक्ष्य फिलहाल करीब 15 हजार है। वहीं 21 जून को लक्ष्य 23000 कर दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि गांव में जाकर टीके लगाए जाएंगे तो लोगों की रुचि बढ़ेगी और टीके के लाभार्थी अधिक हो जाएंगे।

वैक्सीन का पर्याप्‍त इंतजाम

जनपद में टीकाकरण की गाड़ी तेज दौड़ाने को टीके भी भरपूर चाहिए। इसलिए शासन ने टीके का भंडार भी भर दिया है। रविवार को 49000 कोविशील्ड और दो हजार डोज कोवैक्सीन भेजी गई है। पहले से भी ये दोनों वैक्सीन स्टोर में उपलब्ध हैं।

सुबह 10 से शाम चार बजे तक लगेंगे टीके

विकास खंड स्तर पर राजस्व गांव में टीके लगने की शुरुआत सुबह 10 बजे होगी। शाम चार बजे तक टीके लगाए जाएंगे।

पहचान पत्र लेकर शिविर में जाएं : जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. तीरथलाल ने बताया कि शासन की नई गाइडलाइन के तहत विकास खंडों के चयनित राजस्व गांवों में ग्रामीणों के पास जाकर टीके लगाए जाने हैं। आशा, आंगनबाडिय़ों के माध्यम से लगातार इसका प्रचार प्रसार भी कराया गया। गांव में लगने वाले शिविर में जो भी लोग आएंगे उन्हें केवल अपना पहचान पत्र लेकर आना होगा। मौके पर ही रजिस्ट्रेशन होगा और टीके लगाए जाएंगे।

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