बरेली में सूदखाेराें से एक कदम आगे निकला ट्र्रैफिक पुलिस का सिपाही, गाड़ी खरीदने के बाद अब युवक से मांग रहा दस प्रतिशत ब्याज

harshita's picture

RGA न्यूज़

बरेली में सूदखाेराें से एक कदम आगे निकला ट्र्रैफिक पुलिस का सिपाही

बरेली में सूदखोराें द्वारा कर्जदारों के उत्पीड़न के बाद अब एक नई कहानी सामने आई है। जनपद में तैनात एक ट्रैफिक सिपाही सूदखोरों से एक कदम बढ़कर निकला।एक युवक ने ट्रैफिक सिपाही पर गाड़ी खरीदने के बाद उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पीड़ित युवक का कहना है।

बरेली, बरेली में सूदखोराें द्वारा कर्जदारों के उत्पीड़न के बाद अब एक नई कहानी सामने आई है। जनपद में तैनात एक ट्रैफिक सिपाही सूदखोरों से एक कदम बढ़कर निकला।एक युवक ने ट्रैफिक सिपाही पर गाड़ी खरीदने के बाद उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पीड़ित युवक का कहना है कि आरोपित ट्रैफिक पुलिस कर्मी ने उससे गाड़ी खरीदी थी, जिसके बाद अब ट्रैफिक पुलिस कर्मी उससे गाड़ी खरीदने के दौरान दी गई रकम पर दस प्रतिशत प्रतिमाह के हिसाब से ब्याज मांग रहा है, इसके साथ ही वह रकम न देने पर उसे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है।

मामला इज्जतनगर के बैरियर टू चौकी क्षेत्र के बालाजी कालोनी का है। यहां के रहने वाले सत्यपाल राजपूत ने बताया कि जनवरी 2021 में उन्होंने ट्रैफिक विभाग में तैनात कर्मी को अपनी ईको गाड़ी बेची। गाड़ी का सौदा दो लाख पांच हजार में तय हुआ। गाड़ी पर बैंक का लोन था, लोन ट्रैफिक कर्मी द्वारा अदा करने की बात कही गई। चार दिन बाद गाड़ी खराब हो गई तो उन्होंने लिखा पढ़ी करा ली।

लिखा पढ़ी में गाड़ी वापस लेने और 50 दिन के भीतर दी गई रकम वापस करने की बात तय हुई। 50 दिन के भीतर रकम न देने पर दस प्रतिशत ब्याज के हिसाब से रकम देने का जिक्र भी कराया। गाड़ी खराब होने पर उससे बनने के लिए दे दिया। गाड़ी बनते ही ट्रैफिक कर्मी ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। सत्यपाल ने बताया कि उन्हें लगा कि गाड़ी उन्होंने ले ली है तो अब बात खत्म हो गई। वह हैरत में तब पड़े जब छह माह बाद बैंक से किस्त बाकी होने का फोन आया।

इस पर वह ट्रैफिक कर्मी से मिले। आरोप है कि ट्रैफिक कर्मी ने दी गई रकम के साथ दस फीसद ब्याज देने के बाद गाड़ी वापस ले जाने की बात कही है। सत्यपाल ने बताया कि ऐसा न करने पर वह फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है। पीड़ित ने एसएसपी से मिलकर मामले की शिकायत की है।

आरोप गंभीर हैं। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। यदि ट्रैफिक कर्मी पर आरोप सिद्ध हुए तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

News Category: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.