लखनऊ में डीसीएम की टक्कर से स्कूटी सवार की मौत, बंथरा-मोहान रोड जाम कर परिजन का हंगामा

harshita's picture

RGA न्यूज़

बंथरा-मोहान मार्ग पर हादसे में युवक की मौत के बाद प्रदर्शन करते परिजन ।

काकोरी निवासी रामू सोमवार सुबह बंथरा के भटगांव स्थित ससुराल से स्कूटी से घर जा रहे थे। इस बीच कन्नीखेड़ा गांव के पास पीछे से आई तेज रफ्तार डीसीएम ने स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर से रामू की मौके पर ही मौत हो गई।

लखनऊ, बंथरा-मोहान मार्ग पर सोमवार सुबह तेज रफ्तार डीसीएम की टक्कर से स्कूटी सवार रामू (35) की मौत हो गई। हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और मृतक के परिवारजन ने आरोपित चालक की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया। बवाल बढ़ता देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। रामू स्कूटी चलाते समय हेलमेट नहीं लगाए थे। बताया जा रहा है कि सिर में गंभीर चोट आने से उनकी मौत हुई है। 

काकोरी निवासी रामू सोमवार सुबह बंथरा के भटगांव स्थित ससुराल से स्कूटी से घर जा रहे थे। इस बीच कन्नीखेड़ा गांव के पास पीछे से आई तेज रफ्तार डीसीएम ने स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर से रामू स्कूटी से उछले और सिर के बल सड़क पर गिर गए। हादसे में रामू की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दुर्घटना के बाद चालक डीसीएम लेकर मौके से भाग निकला। घटना से आक्रोशित मृतक के ससुरालीजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने मुआवजे और चालक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की पर नहीं माने। करीब एक घंटा शव मौके पर पड़ा रहा। इंस्पेक्टर जीतेंद्र प्रताप सिंह ने आक्रोशित लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। इसके बाद मौके से शव उठा।

सिर सुरक्षित सब सुरक्षित, हेलमेट अवश्य पहनें : रोड सेफ्टी एक्सपर्ट सैय्यद एहतेशाम कहते हैं कि दोपहिया वाहन चालते समय हेलमेट अवश्य पहनें। क्योंकि सिर सुरक्षित तो सब सुरक्षित। आंकड़ों के मुताबिक सड़क हादसों में 80 फीसद मौतें सिर में गंभीर चोट आने से होती हैं। इसलिए सिर को बचाने के लिए हेलमेट पहनना अति आवश्यक है। 

इस क्वालिटी का हो आपका हेलमेट

  •  हेलमेट बीआइआएस (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) होना चाहिए।
  • या फिर आइएसआइ मार्का और 4151 स्टैंडर्ड का होना चाहिए।
  • हेलमेट की स्ट्रिप अवश्य बांधे। बिना स्ट्रिप बांधे हेलमेट कतई न चलाएं।
  • हेलमेट पहनते समेय ठुड्डी और स्ट्रिप में थोड़ा गैप होना चाहिए।
  • हेलमेट के अंदर का कुसन ठीक होना चाहिए। वह टूटा न हो।
  • हेलमेट को तीन से चार साल में अवश्य बदल देना चाहिए। अगर वह सही हो तब भी।
  • अगर हेलमेट चटका या फटा हो तो उसका प्रयोग न करें।
News Category: 
Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.