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RGA न्यूज़
साधु-संत बोले गोवर्धन की तर्ज पर बटेश्वर के परिक्रमा मार्ग में भी दूर की जाएं अव्यवस्थाएं
गोवर्धन की तर्ज पर तीर्थस्थल बटेश्वर में भी सप्तकोसी परिक्रमा का आयोजन एकादशी पर्व पर किया गया। साधु-संतों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर सप्तकोसी परिक्रमा की। मार्ग में राधे-राधे के स्वर गूंजते रहे। ढोल-मझीरों के साथ भजन-कीर्तन भी हुआ।
बटेश्वर में शुक्लपक्ष की एकादशी पर हर माह सप्तकोसी परिक्रमा का आयोजन बाबा सियाराम दास के सानिध्य में होता है। यह परंपरा करीब 12 साल से चल रही है। सोमवार को परिक्रमा बाबा सियाराम के आश्रम बैरक टूला से शुरू हुई। यमुना नदी का आचमन कर ब्रह्मालालजी मंदिर में दर्शन के बाद शौरीपुर मार्ग से परिक्रमा शुरू हुई जो वनखंडेश्वर महादेव मंदिर, हनुमान गढ़ी, मनमथ होते हुए बाबा सियाराम के आश्रम पर संपन्न हुई। यहां भजन कीर्तन व भंडारा हुआ। परिक्रमा में ब्रह्माचारी बाबा, लटूरी सिह, साधू दास, पागल बाबा, भोले गिरि, रामनंद, कृपाल बाबा, नंदी गिरि आदि शामिल रहे। बाबा सियाराम दास ने कहा कि प्रदेश सरकार को गोवर्धन की तरह बटेश्वर की परिक्रमा में भी व्यवस्थाएं दुरुस्त करनी चाहिए। बटेश्वर और शौरीपुर से प्रभु श्रीकृष्ण के पूर्वजों का गहरा नाता रहा है। परिक्रमा मार्ग पर कब्जा, सीएम और डीएम से शिकायत