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राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द 25 जून को शाम सात बजे शहर पहुंचेंगे
खुद उत्तर मध्य रेलवे के जीएम वीके त्रिपाठी भी व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं थे। इसके लिए उन्होंने अफसरों से नाराजगी तो जाहिर की ही कई जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसी क्रम में दैनिक जागरण ने भी सोमवार को सेंट्रल रेलवे स्टेशन की मौजूदा व्यवस्थाओं को लेकर पड़ताल
कानपुर, देश के राष्ट्रपति और प्रथम नागरिक राम नाथ कोविन्द 25 जून को सेंट्रल रेलवे स्टेशन आएंगे। उनकी प्रेसीडेंशियल ट्रेन को भी यहां सुरक्षित खड़ा किया जाना है। ऐसे में देश भर के मीडिया की निगाहें भी यहां डटी होंगी। जाहिर है, सुरक्षा के साथ ही साफ सफाई के मानक भी उच्च स्तर के होने चाहिए। मौजूदा स्थिति की बात करें तो सेंट्रल फिलहाल तैयार नहीं दिखता। रविवार को निरीक्षण के दौरान खुद उत्तर मध्य रेलवे के जीएम वीके त्रिपाठी भी व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं थे। इसके लिए उन्होंने अफसरों से नाराजगी तो जाहिर की ही, कई जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसी क्रम में दैनिक जागरण ने भी सोमवार को सेंट्रल रेलवे स्टेशन की मौजूदा व्यवस्थाओं को लेकर पड़ताल की।
सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर राष्ट्रपति की प्रेसीडेंशियल ट्रेन रुकेगी और यहां कैंट साइड स्थिति पोॢटको से राष्ट्रपति का काफिला सॢकट हाउस के लिए रवाना होगा। ऐसे में दैनिक जागरण ने भी कैंट साइड की ही व्यवस्थाओं पर नजर दौड़ाई। कैंट साइड के चार नंबर गेट से प्रवेश करते ही पार्सल कार्यालय में पानी का लीकेज दिखायी दे गया। कार्यालय के बाहर भी पानी भरा था। पार्सल की बुकिंग कराने वालों को भी परेशानी हो रही थी। इसी जगह पेड़ के नीचे रोज की तरह कई लोग जमा थे। पूछने पर बताया गया कि पार्सल की बुकिंग और क्लीयरिंग कराते हैं। यहां से आरएमएस की ओर आगे बढ़े तो फुट-वे पर इंटरलाकिंग टूटी हुई पड़ी थी। यहां से आगे बढ़ते ही बेतरतीब खड़े चौपहिया वाहन दिखे जिसमें कार, लोडर और आटो शामिल थे। यहां से आगे बढऩे पर आरपीएफ कार्यालय के ऊपर उर्दू और अंग्रेजी में अलग-अलग लिखा कानपुर सेंट्रल का बोर्ड लंबे समय से टूटा हुआ है, जिसे अभी तक नहीं बदला गया। जीएम दोनों बोर्ड देखकर नाराज हुए थे। आरक्षण केंद्र के पास दिव्यांग लोगों के वाहनों को खड़ा करने के लिए बनी पाॄकग में दोपहिया वाहनों की लंबी कतार थी। कुछ जगहों पर गंदगी को भी हमारे कैमरे ने कैद किया। ऐसे में साफ है कि राष्ट्रपति की आगवानी करने के लिए सेंट्रल स्टेशन पर युद्ध स्तर पर तैयारियां करनी होंगी क्योंकि उनके आने में सिर्फ तीन दिन ही शेष हैं।
इनका ये है कहना
- रविवार को जीएम का निरीक्षण हुआ था। कई खामियां मिली थीं जिस पर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए थे। युद्ध स्तर पर प्रयास कर व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।