पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण बोले- कोरोना में योग और आयुर्वेद ने रखा सुरक्षित, अब दस लाख योगाचार्य सिखा रहे योग

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RGA न्यूज़

 पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण

महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विवि में पांच दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया। मुख्य अतिथि पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण ने ॐ उच्चारण का महत्व बताते हुए कहा कि योग और आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना में लोगो को सुरक्षित रखा गया।

बरेली, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विवि में पांच दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया।समापन कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति डॉ के पी सिंह ने किया।मुख्य अतिथि पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण ने ॐ उच्चारण का महत्व बताते हुए कहा कि योग और आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना में लोगो को सुरक्षित रखा गया।इससे जीवन को सुखमय और स्वस्थ बनाया जा सकता हैं। योग और आयुर्वेद ऋषि मुनियों द्वारा दिया गया वरदान हैं। योग में बुद्धि चित्त का कल्याण करने का साधन हैं।

आज 10 लाख से ज़्यादा प्रशिक्षित योगाचार्य योग सिखा रहे हैं।उन्होंने ओम उच्चारण पर विभिन्न अनुसंधान के तहत चर्चा की। विशिष्ट अतिथि डॉ सुमेधा ने योग और आयुर्वेद पर चर्चा करते हुए कहा आज की व्यस्त दिनचर्या में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य भी अति आवश्यक हैं। स्वस्थ एवम मानसिक स्वास्थ्य में योग की अहम भूमिका हैं

कलपति ने कहा कि आयुर्वेद का ज्ञान सदियों पुराना हैं। ये विज्ञान पर आधारित हैं।इसे सम्पूर्ण चिकित्सा कह सकते हैं। इस पर विभिन्न अनुसंधान किये जा रहे हैं। डॉ मलिक ने योग की प्रमादिकता को सिद्ध करने के लिए किए अनुसंधानों पर चर्चा की। वेबिनार में नोडल अधिकारी शबाना साजिद,राकेश जसवाल,नरेंद्र बत्रा,सुनीत साहनी,अनु महाजन,राम कुमार,रीता सिंह,प्रीति,कनक आदि उपस्थित रहे। 

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