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संतों को ऐसी पहल के लिए आह्वïन किया जाएगा कि मतांतरण करने वालों को 'घर वापसी' के लिए प्रेरित करें।
अखाड़ा परिषद से जुड़े संत महात्मा दिल्ली यूपी हरियाणा आदि प्रदेशों में सक्रिय हैं। हिंदी भाषी राज्यों में मतांतरण करने वाले लोगों और उनके स्वजनों से संपर्क साधा जाएगा। जरूरत पडऩे पर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी भी उनसे मिलने जाएंगे।
प्रयागराज, बड़े पैमाने पर सनातन मतावलंबियों के मतांतरण (धर्म परिवर्तन) की बात सामने आने पर संत समुदाय चिंतित हो चला है। संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस प्रसंग को गंभीरता से लिया है। उसका कहना है कि सभी अखाड़ों से जुड़े संतों को ऐसी पहल के लिए आह्वïान किया जाएगा कि वह मतांतरण करने वालों को 'घर वापसी' के लिए प्रेरित करें।
अखाड़ा परिषद से जुड़े संत महात्मा दिल्ली, यूपी, हरियाणा आदि प्रदेशों में सक्रिय हैं। हिंदी भाषी राज्यों में मतांतरण करने वाले लोगों और उनके स्वजनों से संपर्क साधा जाएगा। जरूरत पडऩे पर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी भी उनसे मिलने जाएंगे। अखाड़ा परिषद, जुलाई में गुरु पूर्णिमा से पहले बैठक बुलाकर इस मसले पर विस्तृत मंथन करेगा। इसमें 13 अखाड़ों के महात्मा हिंदुओं को एकजुट रखने तथा धार्मिक गतिविधियां बढ़ाने का खाका तैयार करेंगे। यह किन परिस्थितियों में हो रहा है, कमी कहां है, इसकी समीक्षा की जाएगी। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि कहते हैैं कि लालच व भय दिखाकर मतांतरण कराया जा रहा है। आखिर हिंदू ही दूसरे धर्म के प्रति क्यों आकर्षित हो रहा है? यह चिंतनीय है। जिस धर्म को हिंदू अपना रहे हैैं, उसमें भी लोग अशिक्षित, बेरोजगार तथा असंस्कारित हैं। वह दूसरों का हित कैसे करेंगे? सनातन मतावलंबियों को यह बताने समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अभी हमारा जोर मतांतरण करने वालों की घर वापसी पर है, हम इस दिशा में सक्रिय हैैं। जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि भी यही कहते हैैं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं का मतांतरण रुकवाना प्राथमिकता है, इसके लिए जो भी संभव होगा, हम जरूर करेंगे।
हिंदू संगठनों से सक्रियता का आग्रह
महंत नरेंद्र गिरि चाहते हैैं कि देशभर के हिंदू संगठन अपनी सक्रियता बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकारी मतांतरण पर नजर रखें। दूसरा धर्म अपनाने वाले हिंदुओं की ससम्मान वापसी कराने की पहल करें। जरूरत पड़ी तो परिषद उनकी मदद के लिए तैयार है।
योगी के रहते नहीं होंगे सफल
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का यह भी भरोसा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रहते प्रदेश में सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने का कुचक्र सफल नहीं होगा। उनको भरोसा है कि मुख्यमंत्री ऐसे लोगों को कड़ी सजा देकर देश भर में बड़ा संदेश देंगे। संत समाज इसमें उनके साथ है।