

RGA न्यूज़
राजेश टोपे बोले, महाराष्ट्र के सात जिलों में डेल्टा प्लस वेरियंट के 21 मामले मिले।
राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के सात जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 21 मामले मिले हैं। ये वेरियंट शरीर में एंटीबॉडी को कम करता है। हम ऐसे मामलों को आइसोलेट कर रहे हैं और ट्रैवल हिस्ट्रीकांटेक्ट ट्रेसिंग और क्या उन्हें टीका लगाया गया है।
मुंबई, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा कि राज्य के सात जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 21 मामले मिले हैं। ये वैरिएंट शरीर में एंटीबॉडी को कम करता है। हम ऐसे मामलों को आइसोलेट कर रहे हैं और ट्रैवल हिस्ट्री, कांटेक्ट ट्रेसिंग और क्या उन्हें टीका लगाया गया है जैसे सभी जानकारी ले रहे हैं। उनके मुताबिक, डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण कोई मौत नहीं हुई और कुछ इस वैरिएंट से ठीक हो गए हैं। इस वैरिएंट से कोई बच्चा संक्रमित नहीं हुआ है। इधर, कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल, इस वैरिएंट के मामले सिर्फ महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में मिले हैं, लेकिन स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन के कारण इसके खतरनाक रूप धारण करने की आशंका जताई जा रही है। इस वैरिएंट की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीनों राज्यों को एडवाइजरी जारी कर जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेसवार्ता में डेल्टा प्लस को वैरिएंट आफ इंटरेस्ट बताते हुए कहा कि सरकार इस पर नजर रखे हुए है और इसके बारे में अधिक जानकारी जुटाई जा रही है। परंतु, देर शाम स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता मनीषा वर्मा ने साफ किया कि डेल्टा प्लस वैरिएंट आफ कंसर्न यानी चिंताजनक वैरिएंट बन गया है, जिससे तेजी से संक्रमण फैलने का खतरा है। ध्यान देने की बात है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के लिए मुख्य तौर पर डेल्टा वैरिएंट ही जिम्मेदार रहा है। डेल्टा वैरिएंट में म्यूटेशन के बाद डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है। भूषण के अनुसार डेल्टा वैरिएंट इस समय भारत समेत दुनिया के 80 देशों में फैला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। डेल्टा प्लस वैरिएंट फिलहाल भारत समेत नौ देशों-अमेरिका, ब्रिटेन, स्विटजरलैंड, पुर्तगाल, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है। उसमें भारत में इसके कई मामले मिले हैं।