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शिवसेना के 55वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय संगठक अशोक तिवारी चंडीगढ पहुंचे हैं।
इस साल दिसंबर में होने वाले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां अभी से सक्रिय होने लग गई हैं। ऐसे में अब अन्य दल भी चुनाव की घोषणा करने लगे हैं। अब शिवसेना ने निगम चुनाव के लिए सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है
चंडीगढ़। इस साल के आखिरी माह दिसंबर में होने वाले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां अभी से सक्रिय होने लग गई हैं। ऐसे में अब अन्य दल भी चुनाव की घोषणा करने लगे हैं। अब शिवसेना ने निगम चुनाव के लिए सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। ऐसे में कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी और शिरोमणी अकाली दल के बाद शिवसेना भी सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारेगी। शिवसेना ने इसके लिए शहर में गतिविधि भी शुरू कर दी हैं। चुनाव लड़ने वाले इच्छुक दावेदारों की सूची बनाई जा रही है।
शिवसेना के 55वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय संगठक अशोक तिवारी शहर में पहुंच गए हैं। इस अवसर पर शिवसेना चंडीगढ़ के स्टेट प्रेसिडेंट परमजीत सिंह राजपूत, पंजाब कार्यकारिणी अध्यक्ष हरीश सिंगला, सोनी गर्ग और शिवसेना चंडीगढ़ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे। शिवसेना के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय संगठक अशोक तिवारी के साथ अहम बैठक की, जिसमें चंडीगढ़ के स्टेट प्रेसिडेंट परमजीत सिंह राजपूत ने शहर के विभिन्न मुद्दों व समस्याओं से उन्हें अवगत करवाया तथा साथ ही चंडीगढ़ में शिव सैनिकों की बढ़ती सक्रियता के बारे में जानकारी दी।
राजपूत ने आगामी नगर निगम चुनाव की रणनीति पर चर्चा करते हुए बताया कि शहर में भाजपा के कुशासन को समाप्त करने के लिए शिवसेना इस बार 35 वार्डों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। भाजपा शासित चंडीगढ़ में लोगों के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। लोगों की समस्याओं के हल के लिए शिवसेना चंडीगढ़ समय-समय पर प्रशासन को अवगत करवाती रहती है और समस्याओं के समाधान के लिए कई बार शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन भी करती रही है।
इस बैठक में शिवसेना के राष्ट्रीय संगठक अशोक तिवारी ने सभी बातों को सुना और शिवसेना चंडीगढ़ के प्रयासों की सराहना की। तिवारी ने आश्वासन दिया कि वह हर प्रकार की शिवसेना के कार्यकर्ताओं की सहायता के लिए तैयार हैं। उन्होंने पार्टी के क्रियाकलापों पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि इस बार शिवसेना चंडीगढ़ में बहुमत के साथ बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। जबकि इससे पहले कांग्रेस, भाजपा और आप पार्टी शहर में चुनाव प्रचार में जुट गई है।