बरेली में जूना अखाडे के महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद का बड़ा बयान, बोले- मतांतरण रोकने के लिए मदरसा और मौलाना को अपने रडार पर ले सरकार

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RGA न्यूज़

बरेली में जूना अखाडे के महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद का बड़ा बयान

बरेली:- देश में इस समय मतांतरण कराया जा रहा है। जिसका बीते दिनों राजफाश भी हो चुका है। इस प्रकरण में सामने आया है कि मतांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग की जा रही है। जिसमें मदरसा और मौलाना संरक्षण देने का काम कर रहे हैं।

 देश में इस समय मतांतरण कराया जा रहा है। जिसका बीते दिनों राजफाश भी हो चुका है। इस प्रकरण में सामने आया है कि मतांतरण के लिए विदेशों से फंडिंग की जा रही है। जिसमें मदरसा और मौलाना संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। ऐसे में इसे रोकने के लिए सरकार को मदरसा और मौलाना को अपने रडार में लेने के साथ ही विदेशों से हो रही फंडिंग पर रोक लगाया जाए। यह बात जूना अखाडा़ के वरिष्ठ महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद ने बरेली से लखनऊ जाते समय डा. विनोद पागरानी के आवास पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहीं। वार्ता से पहले महापौर उमेश गौतम व डा. विनोद ने उनका माल्यार्पण कर स्वागत किया।

महामंडलेश्वर ने कहा कि बड़ी मात्रा में अभी भी बाहरी देशों से रुपयों की फंडिंग भारत में मतांतरण के लिए की जा रही है। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि मदरसा और मौलाना सरकार के रडार पर आए। अभी निजामिया में जो मतांतरण का मामला पकड़ा है। उसमें भी मोटी फंडिंग विदेश से आने की बात सामने आई है। राम मंदिर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि रामजन्म भूमि ट्रस्ट पर जो अंगुली उठाने का काम कर रहे हैं वह मारीच और सुबाहु से कम नहीं है। हमें इनकी परवाह इसलिए भी नहीं है कि बिना इन दोनों के विश्वामित्र का यज्ञ भी पूरा नहीं होता था। राम का काम इनके रोके जाने से रूकने वाला नहीं है।

वैक्सीन न लगवाना व विरोध करना घटिया सोच

वैक्सीनेशन पर बोलते हुए कहा कि वैक्सीन न लगवाना और इसका विरोध करना महामूर्खता है। महामारी में लोग मर रहे हैं। ऐसे में इसका विरोध करना घटिया सोच है। लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए और अपने साथ परिवार को सुरक्षित रखना चाहिए। सभी मुस्लिम नेता व मौलानाओं व मुस्लिम धर्मगुरुओं ने वैक्सीन लगवा ली है, लेकिन अपने लोगों को जाहिल बना रहने देना चाहते हैं। इसलिए उन्हें इसे लगवाने से मना कर रहे हैं। ओवैसी ने भी वैक्सीन लगवा ली है। भारत सरकार के इन्हीं के पीछे आंकड़े पूरे नहीं हो रहे हैं। ऐसे लोग खुद तो मरेंगे हीं और दूसरों को भी मारने का काम करेंगे।

हिंदू संस्कृति, परंपराओं पर आधारित हो भारत का मूल संविधान

भारत का नया संसद भवन बन रहा है। जिस पर बोलते हुए कहा कि आज अवश्यकता है कि समय के साथ जो युग परिवर्तन हो रहा है तो नए संविधान की भी रचना होनी चाहिए। पुराने संविधान की समीक्षा करते हुए और भारत संविधान का नवीनीकरण नए संसद भवन के साथ होना चाहिए। भारत सनातन हिंदू देश रहा है, सनातन हिंदू संस्कृति और परंपराओं पर आधारित भारत का मूल संविधान होना चाहिए।

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