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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करते कांग्रेसी।
डीजल-पेट्रोल घरेलू गैस और सरसों तेल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने देश में भूचाल ला दिया है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कांग्रेस ने भी हल्ला बोल दिया है। गया में कांग्रेसियों ने कुछ इस तरह प्रदर्शन कर विरोध जताया।
गया:- महंगाई के खिलाफ एक बार फिर कांग्रेसियों का गुस्सा फूटा। गुरुवार को गया के टावर चौक पर कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई का जमकर विरोध किया। इस दौरान पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व एनडीए सरकार पर हमला बोला। साथ ही पीएम का पुतला फूंका।
कांग्रेस, कांग्रेस सेवादल, महिला कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को स्थानीय टावर चौक पर महंगाई के खिलाफ प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर हल्ला बोल प्रदर्शन किया। पुतला दहन के पहले चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, इंदिरा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिठू ने कहा कि आज एक ओर लगभग डेढ़ वर्षों से देश की जनमानस कोरोना वायरस महामारी संकट से जूझ रही है, तो दूसरी ओर डीजल, पेट्रोल, घरेलू गैस, सरसों तेल, रिफाइन, डालडा, दाल सहित सभी खाद्य सामग्रियों की बढ़ती कीमतों से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।
भारत को आजाद हुए 60 साल बीत गए थे, तब कांग्रेस की सरकार में पेट्रोल की कीमत 60 रुपये पहुंची थी। इसकी बड़ी वजह कच्चे तेल का महंगा होना था। बावजूद इसके उस वक्त नरेंद्र मोदी ने महंगाई का डंका फूंका और नारेबाजी करने लगे थे। आज जब कच्चे तेल की कीमत कम है, तब पेट्रोल का दाम शतक पार कर चुका है। जनता प्रधानमंत्री का दोहरा चेहरा और चरित्र समझ चुकी है।
महिला कांग्रेस सेवादल प्रदेश संयोजक सह महिला जिलाध्यक्ष लाछो देवी ने कहा कि सरसों तेल की कीमत छह माह में पहले से दोगुना हो गया है, जिस पर केंद्रीय कृषि मंत्री का हास्यास्पद बयान जगजाहिर है। इस तरह आम आदमी के घर का बजट बिगड़ जाता है। उसके पास बचत नाम की चीज नहीं होती। गरीब तो सरसों तेल की छौंक के बारे में भी नहीं सोच सकता।
पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल प्रदेश सेवादल के महासचिव अमरजीत कुमार, जिला सेवादल मुख्य संगठक टिंकू गिरी, युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, मदीना खातून, सुनैना देवी, प्रशांत कुमार उर्फ गणेश, बाबूलाल प्रसाद सिंह, अशोक सिंह, विनोद बनारसी भगवान सिंह, मनीष कुमार सिन्हा, घनश्याम मिस्त्री, बुधु राम, सोमनाथ पासवान, अरुण कुमार पासवान, कुसुम देवी, गुड़िया देवी, धनमंटी देवी, राजू कुमार के अलावे अन्य मौजूद थे।