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RGAन्यूज़
जिले के गांव जंड में डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट।
Covid New Delta Plus Variant जिले के गांव जंड में डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के गांवों को भी अलर्ट कर दिया है ताकि इस वैरिएंट के संक्रमण से पहले सुरक्षा उपाय किए जा सकें।
लुधियाना,l। Covid New Delta Plus Variant: जिले के गांव जंड में डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आसपास के गांवों को भी अलर्ट कर दिया है, ताकि इस वैरिएंट के संक्रमण से पहले सुरक्षा उपाय किए जा सकें। लुधियाना की सिविल सर्जन किरण आहलुवालिया ने बताया कि गांव जंड के अलावा आसपास के गांवों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है और वहां विभाग की ओर से सैंपलिंग शुरू कर दी गई है, ताकि इस नए वेरिएंट की मौजूदगी का पता लगाया जा सके।
उन्होंने कहा कि चूंकि यह वैरिएंड काफी तेजी से फैलता है, इसलिए लोगों को सतर्कता बरत कर ही इसका सामना किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले गांव जंड के 68 वर्षीय बुजुर्ग रिटायर्ड फौजी में डेल्टा प्लस वैरिएंट पाया गया था। उक्त मरीज व उनकी पत्नी 17 मई को कोरोना पाॅजटिव आए थे। टियाला लैब की और सरकार की हिदायतों के अनुसार जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए रैंडम सैम्पल में उक्त मरीज का सैम्पल भी था। वहां जांच हुई तो उक्त मरीज में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला। प्रारंभिक जांच में मरीज की कोई विदेश ट्रैवल हिस्ट्री भी नहीं पाई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे आशंका है कि किसी ऐसे व्यक्ति से उन्हें संक्रमण हुआ होगा, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री या ट्रैवलर के संपर्क में आए हो।
पक्खोवाल ब्लाॅक में होंगी सैंपलिंग
लगभग 1500 आबादी वाले गांव जंड के अलावा पक्खोवाल ब्लाॅक के सभी गांवों में विभाग की ओर से सैंपलिंग ली जा रही है। डेल्टा प्लस वेरिएंट के शिकार बुजुर्ग के गांव में विभाग सैंपलिंग, कंटेक्ट ट्रेसिंग और वैक्सीनेशन का अभियान चला रहा है। जांच में पता चला है कि बुजुर्ग ने वैक्सीनेशन भी नहीं करवाई थी। हालांकि वह फौज से रिटायर्ड होने के बाद एक बैंक में कार्यरत थे और पिछले लंबे समय से अब गांव में ही रहकर खेती कर रहे हैं। उनका बेटा मैकेनिक है और करीब के गांव लताला में काम कर रहा है। अधिकारियों के अनुसार अभी तक गांव जंड के 270 से ज्यादा लोगों के आरटीपीसीआर टेस्ट या रैपिंड एंटीजेंट टेस्ट लिए गए हैं, लेकिन सभी नेगेटिव पाए गए हैं।
कांटेक्ट ट्रेसिंग पर काम जारी : डाॅ. रमेश
जिला एपिडेमोलाजिस्ट डाॅ. रमेश कुमार ने कहा कि कांटेकट ट्रेसिंग पर काम चल रहा है, अभी इससे ज्यादा कुछ कहा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल उक्त बीमारी से संक्रमित एक ही मामला सामने आया है। जहां तक डेल्टा प्लस वैरिएंट की बात है तो इसमें लक्षण कोरोना जैसे ही होते हैं पर इसमें संक्रमण तेजी से बढ़ता है। कोरोना की तीसरी लहर में यह कितना प्रभावी होगा या बच्चों पर इसका किस तेजी से असर होने की आशंका है, इस पर डाॅ. रमेश ने कहा कि ऊपर से स्टडी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। चूंकि यह वैरिएंट खतरनाक है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए। खासकर गांव जंड और उसके आसपास के लोग बिना जरूरी काम के बाहर न निकले। वैरिएंट मिला है तो कहीं न कहीं वायरस होगा। वैक्सीनेशन करवा चुके लोगों पर इस वायरस के प्रभावी होने की संभावना कम होती है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।