कोरोना की तीसरी लहर नहीं बनेगी कहर, एंटीबाडी करेगी वायरस को बेअसर

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RGA न्यूज़

कोरोना वायरस अब किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा, आंकड़ों के आधार पर चिकित्‍सक तो यही कहते हैं। चिल्ड्रेन अस्पताल के विभागाध्यक्ष कहते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आने तक अधिकांश लोगों की एंटीबाडी इतनी मजबूत हो चुकी होगी कि उनमें संक्रमण हुआ भी तो ज्यादा असरकारी नहीं होगा। जब बड़े कोरोना के असर से बचे रहेंगे तो बच्चों में भी संक्रमण नहीं होगा।

प्रयागराज, कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ही सबको अभी से डराने लगी है। जिस तरह से सरकार इसके लिए तैयारी कर रही है और बच्चों पर खतरा ज्यादा बताया जा रहा है, कुछ तर्क के आधार पर चिकित्सक ही कोरोना के संभावित खतरे को नकार रहे हैं। डॉक्टरों का स्थानीय स्तर पर कहना है कि अब तक लोगों में एंटीबाडी और हर्ड इम्युनिटी ही इतनी बन चुकी है कि कोरोना का वायरस यदि बदले स्वरूप में नहीं आया तो किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वायरस का असर बेहद मामूली रूप से होगा।

35 से 40 फीसद लोगों को लग चुका है कोरोना टीका

दरअसल सरकारी आंकड़ों को ही मानें तो करीब 30 करोड़ लोगों को कोरोना रोधी टीके लग चुके हैं। देश की कुल जनसंख्या 135 करोड़ है। इसमे करीब 25 करोड़ बच्चे हैं। यानी 110 करोड़ एडल्ट यानी बड़ों की बात करें तो करीब 35 से 40 फीसद लोगों को अब तक कोरोना के टीके लग चुके हैं। अगले एक से डेढ़ महीने में टीके लगवाने वाले लोगों की संख्या और बढ़ेगी। इनमे कोरोना की संभावित तीसरी लहर आने तक एंटीबाडी बनना तय है।

इन सरकारी आंकड़ों पर दें ध्‍यान

अब तक जो भी लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उनमें भी चिकित्सीय आधार पर माना जा रहा है कि एंटीबाडी बन चुकी है। पिछले दिनों सरकार ने ही आंकड़े जारी किया था, जिसमें 90 फीसद लोगों में हर्ड इम्युनिटी पाई गई थी और पिछले ही दिनों हुए सीरो सर्विलांस में भी अधिकांश लोगों में एंटीबाडी भरपूर पाई गई है। इन आंकड़ों के आधार पर डॉक्टरों का कहना है कि वायरस अब किसी का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।

जब बड़ों को नहीं होगा खतरा तो बच्चे सुरक्षित रहेंगे ही : डॉक्‍टर मुकेशवीर

प्रयागराज के चिल्ड्रन अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मुकेशवीर सिंह कहते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आने तक अधिकांश लोगों की एंटीबाडी इतनी मजबूत हो चुकी होगी कि उनमें संक्रमण हुआ भी तो ज्यादा असरकारी नहीं होगा। जब घर के बड़े बुजुर्ग ही कोरोना के असर से बचे रहेंगे तो बच्चों में संक्रमण का सवाल ही नहीं उठता। क्योंकि बच्चे घर से कहीं बाहर नहीं जा रहे हैं।

घबराएं नहीं, बचाव के अपनाएं तरीके : बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्‍टर अंबुज

चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर अंबुज त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना से बच्चों को खतरा बताया जा रहा है लेकिन बड़ों की बात नहीं हो रही है। सवाल ही यहीं उठ रहा है कि जब बड़े ही कोरोना की तीसरी लहर से सुरक्षित रहेंगे तो बच्चों में वायरस के ट्रांसमिट की बात ही नहीं आ रही। इसलिए किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। हां, लोग बचाव के सभी तरीके अपनाते रहें, बच्चों पर भी ध्यान दें और बाहर से घर आने पर साफ सुथरे होकर ही बच्चों के पास जाएं।

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