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RGA न्यूज़
अगले चार से पांच दिनों तक पड़ सकती भारी गर्मी।
यूपी के पश्चिमी जिलों में मानसून का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। लेकिन मानसून अभी आने की उम्मीद नहीं दिख रही है। वहीं मौसम विभाग ने भी अगले चार से पांच दिनों तक भारी गर्मी का प्रकोप होने की चेतावनी दी है।
मेरठ, यूपी के पश्चिमी जिलों में मानसून का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। लेकिन मानसून अभी आने की उम्मीद नहीं दिख रही है। हालाकि दो दिन पहले ही हुई झामाझम बारिश से ऐसा लगा था कि मानसून का इंतजार खत्म हो जाएगा लेकिन उसके बाद धूपी और गर्मी ने लोगों को काफी परेशान किया है। चिलचिलाती धूप और गर्मी हाल बेहाल कर रही है। वहीं मौसम विभाग ने भी अगले चार से पांच दिनों तक भारी गर्मी का प्रकोप होने की चेतावनी दी है।
आगामी चार पांच दिनों तक रहेगा गर्मी का प्रकोप
मौसम विभाग ने मेरठ में 24 जून को मानसून के प्रवेश कर गुजर जाने की रिपोर्ट दी है। पश्चिम उत्तर प्रदेश और देश के उत्तरी पश्चिम भाग में बारिश नार्दन लिमिट मानसून (एनएलएम) कमजोर पड़ गई है। यही कारण है मेरठ में आमद दर्ज कराने के बाद अभी दिल्ली के कई इलाकों में मानसूनी बारिश नहीं हुई है। हालांकि पूर्वी भागों में बारिश हो रही है। मेरठ में जून में बारिश का कोटा हालांकि पूरा हो चुका है लेकिन रिमङिाम बारिश की जगह कुछ समय के लिए तेज बारिश होने से गर्मी का प्रकोप बना हुआ है। 21 जून को वर्ष का सबसे बड़ा दिन था। अर्थात इस समय सूर्य किरणों उत्तरी गोलार्ध पर सीधी पड़ रही हैं। कृषि प्रणाली संस्थान के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डा. एम शमीम ने बताया कि इन दिनों आसमान साफ है। बादल रहित आसमान होने से गर्मी आग की तरह बरस रही है। जुलाई के प्रथम सप्ताह के अंत तक बारिश होने का अनुमान है। छह - सात जुलाई तक मानसून की एनएमएल के तीव्र होने की संभावना है तब अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
बारिश न होने से किसान परेशान
धान की खेती की बुवाई करने का समय आ चुका है, ऐसे में मानसून न आने से किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। विशेषज्ञों का तो यह भी मानना है कि अगर मानसून जल्द नहीं आया तो धान की बुआई लेट हो सकती है। जिसका सीधा असर धान की उत्पादन पर पड़ेगा। वहीं अन्य फसलों जैसे गन्ने की खेती को भी बारिश न होने से कीटों से नुकसान होने की संभावना है।