![harshita's picture harshita's picture](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/styles/thumbnail/public/pictures/picture-2585-1622647100.jpg?itok=uOzLfLx7)
![](https://bareilly.rganews.com/sites/bareilly.rganews.com/files/news/28_06_2021-murder_of_youth_21779622.jpg)
RGA न्यूज़
कोल्ड स्टोरेज संचालक के बेटे सचिन की हत्या कर दी
पांच युवाओं ने दिया घटना को अंजाम एसटीएफ ने दबोचे। आरोपितों में एक कमला नगर के बड़े कारोबारी का बेटा भी शामिल। एक निर्धारित स्थान पर बुलाकर उसकी गला घोटकर हत्या कर दी और पीपीई किट में शव ले जाकर बल्केश्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया
आगरा, छह दिन पूर्व अपह्त शीतगृह स्वामी के इकलौते बेटे को मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या करने के बाद पीपीई किट में उसके शव को ले जाकर बल्केश्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) पांच युवकों को हिरासत में लेकर घटना के पर्दाफाश के करीब पहुंच गई है। आरोपितों की दो करोड़ रुपये फिरौती वसूलने की योजना थी
बरहन क्षेत्र के गांव रूपधनू के मूल निवासी सुरेश चौहान शहर के दयालबाग में रहते हैैं। गांव के पास ही उनका शीतगृह है। वह जिला पंचायत में ठेकेदारी भी करते हैं। सुरेश का इकलौता बेटा 25 वर्षीय सचिन 21 जून को तीसरे पहर साढ़े तीन बजे घर से निकला था। शाम तक नहीं लौटने पर स्वजन ने तलाश की। दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लगने पर थाना न्यू आगरा में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। एसटीएफ ने रविवार को शक के आधार पर कमला नगर और दयालबाग के सचिन के परिचित पांच युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरा मामला खुल गयान को यवाओं ने फोन कर घर से बुलाया था। एसटीएफ को वह सीसीटीवी कैमरे में घर से पैदल जाता भी दिखा है। एक निर्धारित स्थान पर बुलाकर उसकी गला घोटकर हत्या कर दी और पीपीई किट में शव ले जाकर बल्केश्वर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। घाट पर कोरोना से मृत्यु होना बताकर उसका नाम भी गलत लिखवाया है। आरोपित सचिन के स्वजन से उसे जीवित बताकर दो करोड़ रुपये फिरौती वसूलना चाहते थे। रविवार को सिम लेने जाते वक्त वह एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए। एसटीएफ अभी आरोपितों से पूछताछ कर रही है। एसएसपी मुनिराज के मुताबिक अभी पूछताछ की जा रही है।
स्वजन को दी नोएडा में होने की जानकारी
आरोपितों ने 21 जून को ही सचिन के घर उसके नंबर से फोन किया। उस समय स्वजन फोन रिसीव नहीं कर सके। कुछ देर बाद सचिन की मां ने फोन किया, तो एक युवक ने खुद को उसका दोस्त बताकर नोएडा में होने की जानकारी दी। साथ ही सचिन के सोने के बारे में बताया। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। पुलिस को उस वक्त की लोकेशन इटावा की मिली थी।