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खुला अजमेर वाले ख्वाजा गरीब नवाज का दर
गृह विभाग ने अनलॉक 3 के दिशा निर्देश में सभी धार्मिक स्थलों को सुबह 5 से शाम 4 बजे तक खोलने के निर्देश दिए है। हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह शरीफ राज्य सरकार द्वारा जारी ताजा गाइड लाइन के मुताबिक सुबह 5 बजे खोल दी गई है।
अजमेर, महान सूफी संत हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह शरीफ राज्य सरकार द्वारा जारी ताजा गाइड लाइन के मुताबिक सुबह 5 बजे खोल दी गई है। पहले दिन जायरीन के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अल-सुबह ही दरगाह शरीफ पहुंचें। गौरतलब रहा कि कोरोनो प्रोटोकाॅल को लेकर पहले के मुकाबले लोग काॅफी जागरूक नजर आए। जहां सभी ने चेहरों पर मास्क लगाए रखा था वहीं सोशल डिस्टेंसिग और सैनिटाईजेशन व तापमान चैक करने के दौरान भी सहयोग करते नजर आए। जाएरीन की सुविधा के लिए पूर्व की भांति निजाम गेट के साथ गेट नम्बर 2, 3, 4, 5 और 10 खोला गया है। इस मौके पर दरगाह कमेटी द्वारा आमजन में अपील की जा रही है कि स्वयं सुरक्षित रहें और अपनों को भी सुरक्षित रखें, कोविड-19 के प्रोट्रोकाल की पालना करें और वैक्सीनेशन करवाए क्योंकि जान है तो जहान है।
दरगाह कमेटी ने कि थी ये तैयारी
दरगाह शरीफ खोले जाने से पहले दरगाह कमेटी ने दरगाह शरीफ को पूरी तरह से सैनिटाईज करवाया, सोशल डिस्टेंसिग को लेकर गोले बनाए गए, समस्त प्रवेश द्वारो पर कर्मचारियों को नियुक्त करते हुए तापमान जांचने और हाथों को सैनिटाईज करवाने की व्यवस्था को सुनिश्चित करवाया था। इसके साथ ही जायरीन की आम जन की हिदायतों के लिए जगह जगह पर बोर्ड लगाए गए हैं।
फूल चादर आदि पेश करने की रहेगी मनाई
कोरोना गाइड लाइन के अनुसार दरगाह शरीफ में जायरीन ख्वाजा साहब की मजार शरीफ के हाजिरी लगा सकेंगे। सजदा कर सकेंगे किन्तु उन्हें वहां फूल व चादर आदि पेश करने की मनाई रहेगी। अब तक ख्वाजा साहब की जियारत के लिए पहुंचने वाले लाखों हिन्दु व मुस्लिम समुदाय के लोग ख्वाजा साहब के मजार शरीफ पर अपनी मुराद मांगने अथवा मुराद पूरी होने पर शुक्राना अदा करने के लिए चादर पेश किया करते थे।
दरगाह के खादिमों ने चादर पेश नहीं करने देने पर जताई नाखुशी
ख्वाजा साहब की दरगाह के खुद्दाम ए ख्वाजा यानी खादिम समुदाय के लोगों ने दरगाह शरीफ में फूल व चादर पेश नहीं करने देने के नियमों को लेकर थोड़ी नाखुशी दर्शाई है। उनका कहना है कि लम्बे समय तक लाॅकडाउन के चलते वैसे ही उनके आमदनी का कोई जरिया नहीं रहा था। ऐसे में यदि फूल माला, चादर भी पेश नहीं करने दी जाएगी तो जायरीन के जरिए उनके घर का पालन पोषण के लिए होने वाली आमदनी भी नहीं होगी। सरकार को इस विषय में ध्यान करना चाहिए।
जिला प्रशासन व पुलिस है सतर्क
दरगाह शरीफ में जायरीन की आवक को लेकर यातायात के साधन बढ़ने के साथ ही प्रशासन व पुलिस को भी अलर्ट व सतर्क रहना पड़ रहा है। एक साथ अधिक भीड़ एकत्रित ना हो अथवा लोग कोविड नियमों का पालन का करें तो परेशानी शुरू हो जाएगी। कोविड दौर अभी जारी है। कोरोना का नया वेरिएंट देश में आ चुका है। जरा सी भी लापरवाही मुसीबत बन सकती है इस लिए लोगों को समझदारी से जियारत करने और कोरोना गाइड लाइन की पालना पर जोर दिया जा रहा है।
दरगाह परिसर को सैनिटाईज करते रहेगें
दरगाह शरीफ के सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने कहा कि कोरोना गाइड लाइन के तहत दरगाह शरीफ को खोलने से पहले सभी एहतियातन कदम उठाए गए हेै। आगे भी नियमित रूप से दरगाह शरीफ को दरगाह कमेटी की ओर से साफ सुथरा बनाए रखने, सैनिटाईजेशन आदि से संबंधित सभी कार्य किए जाते रहेंगे जिससे जायरीन को किसी तरह की असुविधा ना हो।
विश्व विख्यात जगतपिता ब्रह्मा मंदिर खुला
तीर्थ नगरी पुष्कर में स्थित विश्वविख्यात जगतपिता ब्रह्मा मंदिर सरकार की नई गाइडलाइन के साथ सोमवार 28 जून से भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया । भक्त सुबह 5 बजे से ही जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे। राज्य में बढ़ती कोरोना महामारी के चलते 16 अप्रैल को जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के पट भक्तों के लिए बंद कर दिए थे। उसके बाद सवा 2 महीने बाद वापस जगतपिता ब्रह्मा मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया। सुबह 5 बजे आरती के साथ ही ब्रह्मा मंदिर के पट खुले ।
गृह विभाग ने अनलॉक 3 के दिशा निर्देश में सभी धार्मिक स्थलों को सुबह 5 से शाम 4 बजे तक खोलने के निर्देश दिए है। कोरोना की दूसरी लहर के कारण इतिहास में दूसरी बार भक्तों के लिए ब्रह्मा मंदिर के कपाट बंद हुए थे कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण ब्रह्मा मंदिर सहित करीबन सभी धार्मिक स्थल 16 अप्रैल से बंद कर दिए गए थे उसके बाद सरकार की नई गाइडलाइन के साथ खोलने के निर्देश देने के बाद आज से जगतपिता ब्रह्मा मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोला गया।
ब्रह्मा मंदिर खुलने से ब्रह्मा मंदिर के आसपास के दुकानदारों को काफी राहत मिली। स्थानीय लोगों ने अल सुबह स्नान ध्यान कर, दान पुण्य किया और फिर ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए। सुबह की आरती में हिस्सा लिया। ब्रह्मा मंदिर खुलने से करीबन 3 महीने से सुनसान पड़े ब्रह्मा मंदिर रोड भक्तों के आने से आबाद हो गए वहां भी काफी चहलकदमी दिखाई देने लगी।