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जहरीली शराब से 109 मौतों के बाद भी शराब की दुकानों पर अनियमिताएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
जहरीली शराब से 109 मौतों के बाद भी शराब की दुकानों पर अनियमिताएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पुलिस-प्रशाासनिक अफसरों की जांच में बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ है। शराब की दुकानों पर एक दूसरे के नाम से पंजीकृत शराब की बिक्री हो रही है।
अलीगढ़, जहरीली शराब से 109 मौतों के बाद भी शराब की दुकानों पर अनियमिताएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पुलिस-प्रशाासनिक अफसरों की जांच में बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ है। शराब की दुकानों पर एक दूसरे के नाम से पंजीकृत शराब की बिक्री हो रही है। अतरौली व गभाना तहसील की कई दुकानों में इसका पर्दाफाश हो चुका है। अब एसडीएम-सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी व डीएम ने आबकारी विभाग को पत्र लिखकर कड़ी नाराजगी जताई है। वहीं, ऐसे प्रकरणों की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सरकारी ठेके से ही हो रही थी नकली शराब की बिक्री
पिछले दिनों जहरीली शराब के सेवन से 109 मौतें हो चुकी हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सरकारी ठेकों से ही नकली शराब की बिक्री की जा रही थी। इसी के चलते माफिया सरकारी शराब के समांतर ही नकली शराब बेच रहे थे। इसी के चलते पुलिस प्रशासन इसमें शामिल आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक दो दर्जन से अधिक मुकदमों में तमाम लोगों को जेल भेजा जा चुका है। अब संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है। वहीं, आबकारी विभाग अब भी आंखू मूंदे बैठा है।
सरकारी दुकानों पर गड़बड़ी
सरकारी शराब की दुकानों पर अब भी गड़बड़ी हो रही है। कहीं की नाम से आवंटित शराब कहीं पर बेची जा रही है। पिछले दिनों पुलिस-प्रशासनिक जांच में इसका पर्दाफाश हुआ है। मोबाइल एप में स्कैनिंग के माध्यम से इसकी पोल खुली गई है। गभाना व अतरौली तहसील में कई दुकानों पर इस तरह की अनियमिताएं मिली हैं।
आबकारी इंस्पेक्टरों की भूमिका संदिग्ध
शराब की दुकानों में अनियमिताएं मिलने के बाद आबकारी इंस्पेक्टरों की भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे हैं। हैरत की बात है कि इतने बड़े प्रकरण के बाद भी यह शराब की दुकानों की जांच नहीं कर रहे हैं। इसी के चलते ठेकेदार मनमर्जी से शराब बेच रहे हैं।
केस -1
गभाना एसीएम प्रवीण कुमार सिंह सोमवार को पुलिस बल के साथ तहसील क्षेत्र के सरकारी ठेकों के निरीक्षण पर निकलें। इसमें बरका स्थित बीयर के ठेके की जांच की गई। बोतलाें को मोबाइल एप में स्कैन करके देखा गया। इसमें सामने आया है कि अन्य ठेकों की शराब की यहां पर बिक्री हो रही थी। यह पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है।
केस -2
अतरौली एसडीएम पंकज कुमार भी पिछले दिनों पुलिस क्षेत्राधिकारी के साथ शराब की दुकानों के निरीक्षण को निकले थे। इसमें उन्होंने आलमपुर चौराहे स्थित शराब के इेके की जांच की गई। यहां पर ट्रेटा पैक शराब की 55 पेटियां मिलीं इनमें दो पेटियां ऐसी थीं, जो अतरौली की दुकान नंबर दो के नाम से जारी हुई थीं। यह भी नियमों का उल्लंघन है।
इनका कहना है
सभी एसडीएम व सीओ को निरंतर शराब की दुकानों के जांच के आदेश दिए गए हैं। इनकी जांच आख्या के पर आधार पर आबकारी विभाग को पत्र लिखा गया है। कई दुकानों पर खामियां मिली हैं। इनमें तत्काल सुधार कर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
चंद्रभूषण सिंह, डीएम