क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने से वंचित किसान आढ़ती को बेचने को मजबूर, उठा रहे घाटा 

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RGA न्यूज़

सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री में पिछड़े किसान अब आढ़तों पर गेहूं बेच रहे हैं।

सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री में पिछड़े किसान अब आढ़तों पर गेहूं बेच रहे हैं। यहां समर्थन मूल्य से कम कीमत पर गेहूं खरीदा जा रहा है। सोमवार को 1615 रुपये प्रति कुंतल की दर से गेहूं की खरीद हुई। जबकि समर्थन मूल्य 1975 था।

अलीगढ़, सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री में पिछड़े किसान अब आढ़तों पर गेहूं बेच रहे हैं। यहां समर्थन मूल्य से कम कीमत पर गेहूं खरीदा जा रहा है। सोमवार को 1615 रुपये प्रति कुंतल की दर से गेहूं की खरीद हुई। जबकि, समर्थन मूल्य 1975 था। समर्थन मूल्य से 360 रुपये कम दर पर किसानों ने गेहूं बेचा।

प्रदेश के टाप टेन गेहूं खरीद में शामिल हुआ अलीगढ़

गेहूं की खरीद में अलीगढ़ प्रदेश के उन टाप 10 जिलों में शामिल है, जहां सर्वाधिक खरीद हुई है। 22 जून तक यहां 40,168 किसानों से 1.58 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीदा गया था। इसके बाद भी कई किसान पीछे छूट गए। 15 जून का सामान्य खरीद बंद हो चुकी थी। 22 जून तक उन्हीं किसानों से गेहूं खरीदा गया, जिन्हें टोकन जारी हो चुके थे। क्रय केंद्रों पर किसानों की संख्या इतनी थी कि टाेकन लेने के बाद भी कईयों का नंबर नहीं आया। ऐसे भी किसान थे, जिन्हें टोकन न मिल सके। इस बार समर्थन मूल्य भी 50 रुपये अधिक रहा। ये किसान अब आढ़तों पर गेहूं बेच रहे हैं। यहां इन्हें समर्थन मूल्य के बराबर कीमत नहीं मिल रही। सोमवार को गेहूं लेकर धनीपुर मंडी पहुंचे किसान आढ़तों पर मोल भाव करते नजर आए। किसानों का कहना था कि खरीद की अवधि आगे बढ़ती तो वे समर्थन मूल्य पर गेहूं बेच देते। खरीद के अंतिम दौर में क्रय केंद्रों पर प्रति किसान 20 कुंतल गेहूं ही खरीदा गया।

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