अब तक गिरफ्त में आए दलाल, कौन है तस्करी का मास्टरमाइंड?। जाने पढ़िए पूरी खबर

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RGA न्यूज़

मानव तस्करी के लिए बच्चों को बिहार से लाने वाले लोग दलाल की भूमिका निभा रहे थे।

मानव तस्करी के लिए बच्चों को बिहार से लाने वाले लोग दलाल की भूमिका निभा रहे थे। उनका काम बच्चों को बिहार से दिल्ली छोड़ना था। इसके लिए उनकी न सिर्फ परिवारों से जान-पहचान करवाई गई बल्कि टिकट का भी पूरा बंदोबस्त किया गया।

अलीगढ़, मानव तस्करी के लिए बच्चों को बिहार से लाने वाले लोग दलाल की भूमिका निभा रहे थे। उनका काम बच्चों को बिहार से दिल्ली छोड़ना था। इसके लिए उनकी न सिर्फ परिवारों से जान-पहचान करवाई गई, बल्कि टिकट का भी पूरा बंदोबस्त किया गया। ऐसे में पुलिस अब उस मास्टरमाइंड की तलाश में जुट गई है, जिसने इन दलालों का इस्तेमाल किया और तस्करी के खेल की पूरी बिसात बिछाई। इसी बिंदु पर पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ भी कर रही है।

रविवार की रात चार लोगों को भेजा गया जेल

रविवार देररात पुलिस ने मानव तस्करी से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वहीं मंगलवार को फिर से 15 संदिग्ध लोग पकड़े गए हैं। देखने में ये सभी मजदूर किस्म के हैं। पूछताछ में किसी ने अपने मालिक के कहने पर बच्चों को दिल्ली पहुंचाने की बात कही तो कोई बच्चे को अपना रिश्तेदार बता रहा था। वहीं बच्चे आरोपितों को जानते तो हैं। लेकिन, पूरी तरह नहीं। ऐसे में पुलिस का मानना है कि यह सभी आरोपित दलाल की तरह काम करते हैं। इनका नेटवर्क बिहार में फैला हुआ है। उन परिवारों को निशाना बनाया जाता है, जो भुखमरी के कगार पर हैं या आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मानव तस्कर परिवारों को अपनी बातों में बरगला लेते हैं। उन्हें भरोसा दिलाया जाता है कि वे पूरे परिवार को भुखमरी से बचा लेंगे, बशर्ते बच्चों को उन्हें सौंप दिया जाए। यह पूरा काम दलालों के जरिये करवाया जाता है। बेहतर जिंदगी की ख्वाहिश में मां-बाप भी अपने कलेजे के टुकड़े को अलग करने का फैसला कर लेते हैं और बच्चों को सौंप देते हैं। इसके एवज में परिवार को कुछ रुपये भी दिए जाते हैं। इसके बाद दलाल बच्चों को ट्रेन से दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात के अलग-अलग जिलों में भेज दिया जाता है। आरपीएफ इंस्पेक्टर चमन सिंह तोमर ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि ये सभी बच्चों को बिहार से लेकर दिल्ली पहुंचाने वाले थे। इनके गिरोह के सरगना के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

कटिहार व पूर्णिया से होती है तस्करी

इन बच्चों को बिहार के कटिहार, पूर्णिया आदि जिलों से लाया गया था। पहले भी मानव तस्करी के मामलों में सामने आया है कि बिहार के खासकर कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सहरसा, आदि जिलों से ही बच्चों की तस्करी की जाती है। बच्चों को अलग-अलग प्रांतों में ले जाकर घरेलू कामगार, ढाबों, ईंट उद्योग व विभिन्न तरह की फैक्ट्रियों में झोंक दिया जाता है।

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