पति को छीन ले गया कोरोना वायरस, अब बच्चों की फिक्र ने छीनी रातों की नींद

harshita's picture

RGA न्यूज़

आगरा में कई परिवारों की आर्थिक गाड़ी कोरोना के चलते पटरी से उतर गई है।

दो सप्ताह तक कोरोना संक्रमण से लड़़ने के बाद हार गया पति। पति की मौत ने आगरा में विधवा मीना को आर्थिक संकट में ढकेल दिया। चार नाबालिग बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। सरकार से मदद की दरकार।

आगरा, कोराेना संक्रमण से जूझते पति की जिंदगी के लिए मीना ने हर दिन और हर पल दुआ मांगी। दो सप्ताह तक संक्रमण से जूझने के बाद पति जिंदगी की जंग हार गया। मीना से एक ओर कोरोना ने पति को छीन लिया, दूसरी ओर बच्चों के भविष्य की फिक्र ने उसकी रातों की नींद छीन ली।

अछनेरा के गांव महुअर के रहने वाले 40 साल के जय शिव एक कंपनी में गाड़ी चलाते थे। स्वजन ने बताया कि जय शिव को 18 अप्रैल को तेज बुखार आया। उन्होंने डाक्टर को दिखाकर दवा ले ली। कई दिन दवा खाने के बाद भी जब बुखार कम नहीं हुआ तो उन्होंने दिल्ली गेट के एक अस्पताल में जय शिव को भर्ती कराया। यहां उनका एक्सरे कराने पर कोराेना संक्रमण की पुष्टि हुई। इस पर अस्पताल में इलाज चला। अचानक आक्सीजन का स्तर कम होने पर सांस लेने में दिक्कत होने लगी। शहर में उस समय आक्सीजन को लेकर मारामारी मची हुई थी। किसी अस्पताल में बेड नहीं थे।

इसलिए वह जय शिव को रेफर कराके फीरोजाबाद के एक अस्पताल ले गए। वहां आक्सीजन की व्यवस्था थी। यहां पर इलाज के दौरान उनकी हालत में सुधार होने लगा। मगर, आरटीपीसीआर की जांच पाजीटिव आई। अचानक तीन मई को एक बार फिर हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गई। अस्पताल ने जय शिव को एसएन मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। यहां चार मई की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।

पति की मौत ने विधवा मीना को आर्थिक संकट में ढकेल दिया। चार नाबालिग बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। फिलहाल परिवार के लोगों के सहयोग से वह गृहस्थी की गाड़ी को घसीट रहीं हैं। उनका कहना था कि सरकारी मदद से उनके बच्चों का भविष्य बेहतर सके।

Place: 

Scholarly Lite is a free theme, contributed to the Drupal Community by More than Themes.