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सिख समुदाय को भी इस कानून के माध्यम से दी जाए धार्मिक सुरक्षा। (सांकेतिक फाेटाे)
Love Jihad बठिंडा स्थित पंजाब केंद्रीय यूनिवर्सिटी में स्थापित गुरु गोबिंद सिंह चेयर के चेयर प्रोफेसर व सिख मामलों के विद्वान हरपाल सिंह पन्नू कहते हैं कि ऐसी घटनाओं की पुरजोर निंदा की जानी चाहिए। मुस्लिम युवक अन्य धर्माें की युवतियों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार कर रहे ह
बठिंडा। कश्मीर में दो सिख युवतियों का अपहरण कर मतांतरण के मामले को सिख विद्वान भविष्य के लिए बड़ा खतरा मानते हैं। उनका मानना है कि अगर इस पर कानूनी रूप से सख्ती नहीं की गई, तो आने वाले समय में ऐसी घटनाएं और बढ़ेंगी। इसलिए पंजाब समेत अन्य राज्यों में भी लव जिहाद विरोधी कानून को लागू किया जाना चाहिए। देश भर में सिख समुदाय को इस कानून के माध्यम से धार्मिक सुरक्षा दी जाए।
बठिंडा स्थित पंजाब केंद्रीय यूनिवर्सिटी में स्थापित गुरु गोबिंद सिंह चेयर के चेयर प्रोफेसर व सिख मामलों के विद्वान हरपाल सिंह पन्नू कहते हैं कि ऐसी घटनाओं की पुरजोर निंदा की जानी चाहिए। मुस्लिम युवक सिर्फ सिख युवतियों को ही नहीं, बल्कि अन्य धर्माें की युवतियों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार कर रहे हैं। इसी कारण कई राज्यों में लव जिहाद विरोधी कानून लागू किया गया है। अब सिखों को भी इस कानून के माध्यम से सुरक्षा दी जानी चाहिए।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की धर्म प्रचार कमेटी के पूर्व सचिव बलविंदर सिंह जौड़ा का कहना है कि अगर अल्पसंख्यक समुदाय ही सिखों के साथ ऐसा व्यवहार करेगा तो यह बहुत चिंता की बात है। वे मानते हैं कि सिर्फ कश्मीर में ही नहीं, बल्कि देश भर में योजनाबद्ध तरीके से सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। इनके पीछे पता नहीं उनकी क्या सोच है। इस मामले को कई पक्षों से देखने की जरूरत है। यह बहुत ही अशोभनीय हरकत है। इस मामले को ऐसे तरीके से निपटाना होगा कि दोनों धर्माें में कोई तकरार न हो।
सिख शुरू से ही मतांतरण के खिलाफ
सिख शुरू से ही मतांतरण के खिलाफ रहे हैं। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब से लेकर श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों ने इसके लिए कुर्बानी तक दे दी थी। इस्लाम कुबूल न करने पर छोटे साहिबजादों को सरहिंद में जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था, लेकिन अब आजाद देश में ही सिखों के खिलाफ ऐसा घिनौना अभियान शुरू कर दिया गया है। यह किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।